Amanatullah Khan Case: कोर्ट ने AAP विधायक को 4 दिन की हिरासत में भेजा, भ्रष्टाचार मामले में हुई थी गिरफ्तारी
दिल्ली वक्फ बोर्ड में करोड़ों रुपये की हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए आम आदमी के ओखला के विधायक अमानतुलाह खान को थोड़ी देर में एसीबी राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश करेगी। एबीसी उसका 14 दिन का रिमांड मांगेगी।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Sat, 17 Sep 2022 06:28 PM (IST)
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन और आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान की शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद मुश्किलें बढ़ ही रही हैं। दिल्ली वक्फ बोर्ड में करोड़ों रुपये की हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को खान को एसीबी राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने पूछताछ के लिए एंटी कलप्शन ब्रांच (एसीबी) को लिए चार दिन की हिरासत में सौंप दिया है। एसीबी चीफ मधुर वर्मा का कहना है कि अमानतुल्लाह खान से पहले पूछताछ की जाएगी। पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर दोबारा उसके अन्य ठिकानों और करीबियों के भी छापेमारी की जाएगी।
मारपीट के वीडियो से हो रही आरोपितों की पहचानएसीबी चीफ मधुर वर्मा का कहना है कि शुक्रवार को जामिया नगर थाने में जो तीन अलग अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन सभी में अमानतुल्लाह खान को भी मुख्य आरोपित बनाया गया है। खान के इशारे पर छापेमारी टीम के कार्यों में बाधा डालने और मारपीट करने को कोशिश की गई। तीनों प्राथमिकी एसीबी की शिकायत पर दर्ज की गई है। यह भी बता दें कि जो तीन प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। वीडियो और अन्य तरीके से आरोपितों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। मिन्नत , जिसके यहां पिस्टल, कारतूस और 12 लाख नगदी मिले वह भी अमानतुल्लाह खान का सबसे खास बताया जा रहा है। वह ओखला के आसपास रहने वाले बिहार समाज के लोगों का नेता है।
हामिद पेशे से बिल्डरहामिद पेशे से बिल्डर है। वह ओखला और जामिया में बिल्डिंग बनाकर बेचने का काम करता है। वह पहले आसिफ का खास हुआ करता था। फिर अमानतुल्लाह के साथ बिजनेस करने लगा। इसकी पत्नी सहारनपुर की है। लेकिन, बुलंद शहर में एक गांव की प्रधान है। अमानतुल्लाह के खादर में रहने वाले मिन्नत के यहां भी एसीबी ने छापेमारी की थी, लेकिन उसके यहां कुछ खास नहीं मिला। उमेद और इमरान के यहां से करोड़ो की प्रॉपर्टी के दस्तावेज और बिजनेस ट्रांजेक्शन के सुबूत मिले हैं।
तीन महीने के लिए फर्जी तरीके से हुई थी 32 लोगों की बहाली दिल्ली वक्फ बोर्ड में 2019 में जिन 32 लोगों को फर्जी तरीके से तीन महीने के लिए ठेके पर नौकरी पर रखा गया था। वे लोग ओखला, सीलमपुर, यूपी के रहने वाले हैं। हामिद के यहां से हथियार और पैसे मिले, लेकिन मिन्नत के यहां कुछ खास नहीं मिला। मिन्नत उस इलाके में रहने वाले बिहार समाज के लोगों का बड़ा नेता है।
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