अब नेशनल वार मेमोरियल की लौ के साथ जलेगी इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति की मशाल
इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति की मशाल 21 जनवरी को हमेशा के लिए बंद जाएगी। शुक्रवार को होने वाले एक कार्यक्रम में अमर जवान ज्योति की मशाल को नेशनल वार मेमोरियल की लौ में मिला दी जाएगी।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Thu, 20 Jan 2022 07:59 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति की मशाल की लौ 21 जनवरी को हमेशा के लिए बंद जाएगी। शुक्रवार को होने वाले एक कार्यक्रम में अमर जवान ज्योति की मशाल को नेशनल वार मेमोरियल की लौ में मिला दी जाएगी।भारतीय सेना के एक अधिकारी ने बताया, इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति की लौ को बुझाया जाएगा और शुक्रवार को एक समारोह में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में लौ में मिला दिया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता एयर मार्शल बलभद्र राधा कृष्ण करेंगे जोकि दोनों लौ को मिलाएंगे। इंडिया गेट स्मारक ब्रिटिश सरकार द्वारा 1914-1921 के बीच अपनी जान गंवाने वाले ब्रिटिश भारतीय सेना के सैनिकों की याद में बनाया गया था।
हालांकि, अमर जवान ज्योति को 1970 के दशक में पाकिस्तान पर भारत की बड़ी जीत के बाद वार मेमोरियल में शामिल किया गया था जिसमें दुश्मन देश के 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था।लंबे इंतजार के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इंडिया गेट परिसर में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाया गया था और 2019 में इसका उद्घाटन किया गया था। उद्घाटन के बाद सभी सैन्य औपचारिक कार्यक्रमों को इसमें स्थानांतरित कर दिया गया था। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में उन सभी भारतीय रक्षा कर्मियों के नाम हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के साथ 1947-48 के युद्ध से लेकर चीनी सैनिकों के साथ गलवान घाटी संघर्ष तक विभिन्न अभियानों में देश के लिए बलिदान हो गए। स्मारक की दीवारों पर आतंकवाद विरोधी अभियानों में जान गंवाने वाले सैनिकों के नाम भी शामिल हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।