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लॉरेंस सिंडिकेट को हथियार मुहैया कराने वाला धर्मनजोत अमेरिका में गिरफ्तार, भारत लाने की शुरू होगी प्रक्रिया

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ सिंडिकेट को आधुनिक हथियार मुहैया वाले अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर धर्मनजोत सिंह काहलो को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने अमेरिका के केलीफोर्निया में गिरफ्तार किया है। यह मूसेवाला हत्याकांड में वांटेड था और गोल्डी बराड़-लॉरेस बिश्नोई सिंडिकेट का बेहद करीबी है। इसी ने लॉरेंस सिंडिकेट के पास एके-47 व तुर्किये निर्मित जिगाना पिस्टल मुहैया कराया था।

By Jagran NewsEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Wed, 09 Aug 2023 10:30 PM (IST)
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लॉरेंस सिंडिकेट को हथियार मुहैया कराने वाला धर्मनजोत अमेरिका में गिरफ्तार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पंजाबी गायक व कांग्रेसी नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ सिंडिकेट को आधुनिक हथियार मुहैया वाले अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्कर की अमेरिका में गिरफ्तारी हुई है। हथियार तस्कर धर्मनजोत सिंह काहलो को अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने अमेरिका के केलीफोर्निया में गिरफ्तार किया है।

मूसेवाला हत्याकांड में था वांटेड

यह मूसेवाला हत्याकांड में वांटेड था और गोल्डी बराड़-लॉरेस बिश्नोई सिंडिकेट का बेहद करीबी है। मूसेवाला की हत्या के लिए इसी ने लॉरेंस सिंडिकेट के पास एके-47 व तुर्किये निर्मित जिगाना पिस्टल आदि कई आधुनिक हथियार मुहैया कराया था। यह अत्याधुनिक हथियारों की खरीद-फरोख्त का धंधा करता है। स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक एफबीआई ने बुधवार को केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों व स्पेशल सेल के काउंटर इंटेलीजेंस को इस जानकारी से अवगत कराया।

भारत लाने की शुरू होगी प्रक्रिया

अब गृह व विदेश मंत्रालय के जरिए सुरक्षा एजेंसियां उसे जल्द भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करेगी। सुरक्षा एजेंसियां व स्पेशल सेल एफबीआई के संपर्क में है। सीबीआई के इंटरपोल ने धर्मनजोत के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर रखा था। उसकी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल समेत पंजाब पुलिस और एनआइए को भी तलाश थी। धर्मनजोत पंजाब के अमृतसर का रहने वाला है। धर्मनजोत गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया से भी जुड़ा हुआ है।

लंबे समय से अमेरिका में छिपा था

जग्गू ने ही धर्मनजोत को लॉरेंस व गोल्डी से परिचय करवाया था। यह मोहाली के यूएपीए के मामले में भी वांटेड है। सेल की मानें तो यह दविंदर बम्बीहा गिरोह को भी हथियार आपूर्ति करता था। अमेरिका में वह लंबे समय से छिपा हुआ था। चार माह के अंदर स्पेशल सेल को यह तीसरी बड़ी सफलता हाथ लगी है। एफबीआइ के साथ लगातार समन्वय रखने के कारण ही धर्मनजोत को अमेरिका मेें दबोचा जा सका। बीते अप्रैल में सबसे पहले मैक्सिको में छिपे कुख्यात गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ बाक्सर को मैक्सिको पुलिस ने पकड़ा।

नेपाल के जरिए भाग गया था विदेश

वह बिल्डर व होटल व्यवसायी अमित गुप्ता हत्याकांड समेत 15 अन्य संगीन आपराधिक मामले में वांछित था। रोहिणी कोर्ट रूम के अंदर सरगना व गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की हत्या के बाद दीपक ने गिरोह की कमान संभाला है। लॉरेंस के सहयोग से फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवाने के बाद वह नेपाल के जरिए विदेश भाग गया था। मैक्सिको में रहकर वह भारत में आपराधिक गतिविधि जारी रखना चाह रहा था ताकि दिल्ली पुलिस उसे नहीं पकड़ पाए।

उसे भारत लाने के बाद पिछले हफ्ते अजरबैजान से लॉरेंस के भांजे सचिन बिश्नोई को भी दबोच लिया गया। वह भी अमेरिका भागने के फिराक था लेकिन अजरबैजान पुलिस ने उसे पकड़ कर दिल्ली पुलिस को सूचना दे दी। उसे प्रत्यर्पण पर दिल्ली लाने के बाद स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस ने दस दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

सचिन ने ही जेल से बाहर रहते हुए गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई व विक्रम बराड़ आदि के साथ मिलकर मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी। हत्या में इस्तेमाल गाड़ियों का बंदोबस्त उसी ने किया था। स्पेशल सेल दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के बड़े गैंगस्टरों पर शिकंजा कसने में जुटी हुई है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर इनपर शिकंजा कसा जा रहा है ताकि ये रंगदारी रैकेट न चला पाए।

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