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Delhi Heatwave: दिल्ली के आश्रय गृह में सुविधाएं नहीं, गर्मी से दम तोड़ रहे बेघर; अब तक हुई 192 की मौत

11 जून से 19 जून के बीच दिल्ली में लू के कारण 192 बेघर लोगों की मौत हो गई। राजधानी के आश्रय गृह में जरूरी सुविधाएं न होने से बेघर भीषण गर्मी के बीच फुटपाथ पर रहने को मजबूर हैं। हालांकि पश्चिमी और पूर्वी दिल्ली में आश्रय गृह की स्थिति कुछ ठीक है। उत्तम नगर स्थित रैन बसेरे में दो कूलर और दो पंखे लगे हैं।

By Nihal Singh Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 23 Jun 2024 08:07 AM (IST)
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Delhi heatwave: भीषण गर्मी में फुटपाथ पर लेटे बेघर लोग।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भीषण गर्मी व लू फुटपाथ पर दिन गुजारने वाले बेघरों की जान ले रही है। स्थिति यह कि नौ दिनों में ही दिल्ली के फुटपाथों पर 192 बेघर दम तोड़ चुके हैं। इसके लिए आश्रय गृहों में सुविधाओंं की कमी भी कम जिम्मेदार नहीं है।

तुर्कमान गेट, जामा मस्जिद, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन सहित कश्मीरी गेट के आसपास स्थित कई आश्रय गृहों में सीलिंग व एग्जास्ट पंखे, कूलर व पीने के पानी की कमी के साथ बिस्तर समेत अन्य सुविधाओं में किल्लत है।

कई आश्रय गृहों में क्षमता से अधिक बेघर हैं तो गर्मी से बचाव के लिए उपलब्ध सीमित सुविधाएं भी खराब स्थिति में है। जिसके कारण बेघर, यमुना किनारे, कश्मीरी गेट, यमुना बाजार हनुमान मंदिर के सामने स्थित फ्लाईओवर के नीचे समेत कई ऐसे स्थानों पर आश्रय लेते मिले। इसी तरह, जामा मस्जिद के आस-पास भोजन की मजबूरी में कई भिखारी तेज धूप में भीख मांगते दिखे।

पुरानी दिल्ली के आश्रय गृहों में बचाव के उपाय सीमित

आश्रय गृह से संचालन से जुड़े लोगों के अनुसार, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित एक आश्रय गृह के संचालक ने बताया कि उसके आश्रय गृह में आठ कूलर, एक पानी ठंडा करने की मशीन, आठ एग्जास्ट पंखे की आवश्यकता है। इसी तरह नजदीक के दो आश्रय गृहों में 21 कूलर की आवश्यकता है, जिसके लिए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।

संचालको के अनुसार, जब मौतों का सिलसिला अधिक होता है, तब अधिकारी गंभीर होते हैं। पहले से व्यवस्था नहीं होती। ऐसे में चीजें गड़बड़ होती है। पुरानी दिल्ली के सीताराम बाजार स्थित एक आश्रय गृह के संचालन से जुड़े विक्की शर्मा ने बताया कि उनके आश्रय गृह के साथ अन्य की स्थिति ठीक नहीं है।

न ठंडी हवा और न ही ठंडे पानी का इंतजाम

वहीं, बाहरी दिल्ली में गर्मी से बचाव को लेकर आश्रय गृहों में कहीं प्रबंध ठीक नजर आए तो कई जगह खामियां दिखीं।आजादपुर मंडी के बाहर सराय पीपलथला स्थित आश्रय गृह में 40 बिस्तर क्षमता है। यहां न कूलर ठीक हैं, न वाटर कूलर। लोगों को न ठंडी हवा नसीब हैं और न ही ठंडा पानी।

यहां पांच कूलर हैं, इनमें दो खराब हैं और तीन कूलर में लीकेज अन्य खामी हैं, जिस कारण बिना पानी के ही चलाना पड़ता है। वाटर कूलर लंबे से खराब है। आश्रय गृह में आए विनोद ने बताया कि यहां गर्मी से राहत के प्रबंध नाकाफी हैं। रोहिणी सेक्टर-तीन स्थित आश्रय गृह में महिला और पुरुष केबिन में ठंडे पानी के अलावा कूलर की व्यवस्था ठीक मिली।

इसी तरह, दक्षिणी दिल्ली के नेहरू प्लेस स्थित आस्था कुंज पार्क में बनाए गए शेल्टर होम में चार कूलर लगे हुए हैं। जिनमें से तीन खराब मिले। सिर्फ परिवार वाले शेल्टर का कूलर चल रहा है, बाकि पुरुष शेल्टर में एक कूलर छह महीने से खराब था। तीन दिन पहले दूसरा भी खराब हो गया।

परिवार वाले शेल्टर होम में वाटर कूलर भी खराब पड़ा है। परिवार वाले शेल्टर में 76 सदस्य रहते हैं, जबकि पुरुष वाले में करीब 15 लोग हैं। यहां रहने वाले गोविंद सिंह ने बताया कि शेल्टर में चार से पांच दिन में पानी आता है। इससे सिर्फ दो दिन ही गुजारा चलता है। यहां रहने वाले संजीव ने बताया कि शेल्टर टीन शेड का बना हुआ है। कूलर खराब होने से भीषण गर्मी में रहना पड़ रहा है।

पश्चिमी व पूर्वी दिल्ली में ठीक है स्थिति

पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर स्थित रैन बसेरे में दो कूलर और दो पंखे लगे हैं, दोनों चल रहे हैं। दिन में सात से आठ तो रात में यहां पर 12 से 13 बेघर रहते हैं।

पांच सालों से यहां रह रहे गुरप्रीत सिंह ने बताया कि यहां पर पानी की भी सुविधा है। हमारा ध्यान रखने के लिए केयर टेकर अमरप्रीत सिंह भी रहते हैं, जो कि इन चीजों का ध्यान रखते हैं। पूर्वी दिल्ली में भीषण गर्मी टीन शेड में बने रैन बसेरे तप तो रहे हैं, लेकिन पंखे व कूलर थोड़ी राहत देते मिले।

कई कर्मियों को नहीं मिला चार से छह माह का वेतन

विक्की शर्मा समेत अन्य कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें सितंबर से दिसंबर तक का वेतन नहीं मिला है। इससे समझा जा सकता है कि आश्रय गृहों में जरूरी चीजों के इंतजाम में कितनी गंभीरता बरती जा रही है।

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