PNB में 11300 करोड़ रुपये के घोटाले को केजरीवाल ने बताया- BJP-कांग्रेस की मिलीभगत
दिल्ली CM केजरीवाल ने कहा कि सच ये है कि कांग्रेस के समय के सारे घोटाले आज भी चल रहे हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। मुंबई स्थित पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की एक शाखा में 11,400 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर है। देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला सामने आने के बाद अरविंद केजरीवाल लगातार केंद्र सरकार के बहाने इशारों-इशारों में हमले कर रहे हैं। इस कड़ी में शनिवार को फिर ट्वीट करके दिल्ली के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। ताजा ट्वीट में आम आदमी पार्टी मुखिया ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार (NDA) के साथ संयुक्त प्रगतिशील (UPA) गठबंधन पर भी हमला बोला है।
ट्वीट में उन्होंने लिखा है- ' पंजाब नेशनल बैंक में घोटाला 2011 में चालू हुआ जो आज तक चल रहा है। भाजपा कांग्रेस पर आरोप लगा रही है और कांग्रेस पार्टी भाजपा पर हमले कर रही है।'
ट्वीट में दिल्ली सीएम ने आगे लिखा है- 'सच ये है कि कांग्रेस के समय के सारे घोटाले आज भी चल रहे हैं। पहले कांग्रेस कमाती थी, अब उन्ही घोटालों से भाजपा कमाती है। इसीलिए आज तक भाजपा ने किसी भी घोटाले में एक भी कांग्रेस वाले को जेल नहीं भेजा।'
गौरतलब है कि पीएनबी को 11300 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ चौतरफा शिकंजा कस गया है। मेहुल के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनी लांडिंग की धाराओं के तहत नए मुकदमे के साथ सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापे की कार्रवाई जारी रही।
वहीं, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने नीरव की 29 संपत्तियों को जब्त कर लिया है। विदेश मंत्रालय ने नीरव व चौकसी का पासपोर्ट निलंबित कर दिया है। पंजाब नेशनल बैंक की नई शिकायत के बाद सीबीआइ ने गुरुवार देर शाम चौकसी, उसकी तीन कंपनियों, इनके निदेशकों और दो बैंक अफसरों पर नई एफआइआर दर्ज की।
इसके बाद शुक्रवार को सीबीआइ ने नीरव और चौकसी के 26 ठिकानों पर छापा मारा, जबकि मनी लांडिंग का केस दर्ज करते हुए ईडी ने भी 35 जगहों पर तलाशी ली।
कुल 5,649 करोड़ की चल संपत्ति जब्त
छापे के दौरान ईडी ने शुक्रवार को 549 करोड़ रुपये बुक वैल्यू की ज्वैलरी, सोना और हीरे जब्त किए। कुल जब्त अचल संपत्तियों की बुक वैल्यू 5,649 करोड़ रुपये पहुंच गई है। 5100 करोड़ रुपये की चल संपत्ति ईडी ने गुरुवार को जब्त की थी। वहीं, चौकसी के सूरत स्थित फैक्ट्री में सीबीआइ को बड़ी मात्र में हीरे मिले हैं। ये हीरे ईडी को सौंप दिए गए हैं। सीबीडीटी ने नीरव और चौकसी की 29 अचल संपत्तियों को जब्त कर इसकी जानकारी ईडी को दी। इनके अलावा ईडी को नीरव और चौकसी की छह अन्य अचल संपत्तियों की जानकारी मिली है।
नीरव व चौकसी का पासपोर्ट निलंबित
विदेश मंत्रलय ने नीरव व मेहुल का पासपोर्ट चार हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया है। यदि ये दोनों वापस आकर जांच में सहयोग नहीं करते हैं तो उनका पासपोर्ट हमेशा के लिए निरस्त किया जा सकता है। पासपोर्ट निरस्त करने के अलावा ईडी ने नीरव मोदी के विदेश स्थित चार शोरूमों में बिक्री बंद करने का फरमान जारी कर दिया है। नीरव के मुंबई स्थित हेड ऑफिस से न्यूयॉर्क, लंदन, मकाऊ और बीजिंग स्थित शोरूम को निर्देश जारी करवाया गया है कि एक भी सामान नहीं बेचा जाए। भारत स्थित चौकसी व नीरव के शोरूम और दफ्तर पहले ही सील हो चुके हैं।
इंटरपोल से अनुरोध
नीरव व उसके परिवार की तलाश के लिए सीबीआइ ने इंटरपोल से संपर्क करके डिफ्यूजन नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। एजेंसी के मुताबिक, नीरव मोदी (46) और बेल्यिजन नागरिक उसका भाई निशाल एक जनवरी को, नीरव की अमेरिकी नागरिक पत्नी अमी 6 जनवरी और मेहुल चौकसी 4 जनवरी को देश छोड़ गए थे।
खुलने लगी घोटाले की परतें
जांच से घोटाले की परतें धीरे-धीरे खुलने लगी हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 11,400 करोड़ रुपये के कुल घोटाले में चौकसी की तीन कंपनियों को कुल 4,886 करोड़ रुपये के लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी) जारी किए थे। बाकी की रकम के एलओयू नीरव मोदी की कंपनियों को जारी किए गए थे। आरोपियों के काम करने का तरीका बड़ा ही शातिराना था।
यह भी पढ़ेंः महज एक साल में ही BJP से मोहभंग, अरविंदर सिंह लवली हुए कांग्रेस में शामिल
यह भी पढ़ेंः केजरीवाल को लगा बड़ा झटका, जेठमलानी के बाद अब 'शर्मिंदा' वकील ने भी छोड़ा मानहानि केस