केजरीवाल का बड़ा सवाल, कहा- वैक्सीन आने के बाद क्यों तेजी से बढ़ रहा कोरोना, यहां समझें पूरा मामला
Coronavirus in Delhi कोविड के केस बढ़ते ही दिल्ली सरकार की चिंता बढ़ गई है।सीएम ने कहा ऐसे में लोग बेड की उपलब्धता के लिए एप के जरिये जानकारी लें और बेहद जरूरी होने पर ही अस्पताल में जाएं। गंभीर लक्षण नहीं होने पर होम आइसोलेशन में रहकर इलाज कराएं।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 11 Apr 2021 10:20 PM (IST)
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राजधानी में कोरोना की चौथी लहर खतरनाक होती जा रही है। इससे दिल्ली सरकार की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में लोग बेड की उपलब्धता के लिए एप के जरिये जानकारी लें और बेहद जरूरी होने पर ही अस्पताल में जाएं। गंभीर लक्षण नहीं होने पर होम आइसोलेशन में रहकर इलाज कराएं। ऐसा नहीं करेंगे तो गंभीर मरीजों के लिए बेड कम पड़ जाएंगे और मौत के आंकड़े बढ़ेंगे। ऐसे में अगर बेड कम पड़े तो लाॅकडाउन लगाना पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि वह लाकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं हैं।
वैक्सीन आने के बाद तेजी से फैल रहा कोरोनाकोरोना के बढ़ते मामलों पर रविवार को मुख्यमंत्री ने डिजिटल प्रेस वार्ता की। उन्होंने बढ़ते मामलों पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि जिस तेजी से कोरोना फैल रहा है। उससे ज्यादा तेजी से वैक्सीनेशन कर देते तो कोरोना को काबू कर सकते थे। यह कितना विरोधाभास है कि वैक्सीन आने के बावजूद कोरोना तेजी से फैल रहा है। ऐसे में वैक्सीनेशन को लेकर जो भी प्रतिबंध हैं, उन्हें केंद्र सरकार को हटा देना चाहिए। दिल्ली में 65 फीसद मरीज 45 साल से कम उम्र के आ रहे हैं। सीएम ने कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं है, बल्कि मिलकर दिल्लीवासियों की सेवा करने का है।
10 से 15 दिन में बहुत तेजी से कोरोना बढ़ा दिल्ली में पिछले 10 से 15 दिन में बहुत तेजी से कोरोना बढ़ा है। यह इतना तेजी से बढ़ रहा है कि बहुत सारे लोगों की समझ से बाहर है। दिल्ली में यह चौथी लहर है, जो बहुत ही खतरनाक है। पिछले 24 घंटे में ही साढ़े 10 हजार से अधिक मरीज मिले हैं।
सभी को सहयोग करना चाहिएसीएम ने कहा कि अकेले दिल्ली सरकार बहुत कुछ नहीं कर सकती, सभी को सहयोग करना चाहिए। संक्रमण फैलने से कैसे रोका जाए, सरकार इस पर काम कर रही है। राजधानी के लोगों को भी मास्क पहनने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए। बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें। वहीं, लक्षण दिखने पर प्राइवेट अस्पतालों की तरफ ही लोग न दौड़ें, बल्कि सरकारी अस्पतालों में भी जाएं। वहां भी बेहतर इलाज हो रहा है। वैक्सीन लगाने के बाद दोबारा कोरोना हो सकता है, लेकिन कोरोना के गंभीर होने का खतरा कम हो जाएगा। एक अस्पताल में 37 डाक्टरों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी थीं। उनको भी कोरोना हो गया।
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