'केजरीवाल की कार में नहीं लगे थे सुरक्षा उपकरण, इसे चोरी करना आसान था'
केजरीवाल की वैगनआर कार बरामद होने के बाद दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रथम द्रष्टया चोरी का यह मामला जॉय राइडिंग का लगता है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की वैगनआर कार लावारिस हालत में गाजियाबाद के मोहन नगर में खड़ी मिली। इस बात की जानकारी गाजियाबाद पुलिस ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी। 12 अक्टूबर को केजरीवाल की नीले रंग की कार चोरी होने की खबर आई थी। पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया है। इससे पहले सीएम ने एलजी को खत लिखकर दिल्ली के कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे।
केजरीवाल की वैगनआर कार बरामद होने के बाद दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बतया कि प्रथम द्रष्टया चोरी का यह मामला जॉय राइडिंग का लगता है जिसमें कार के दूसरे स्थान पर पार्क करने का उद्देश्य था। वर्मा ने कहा कि कार में कोई सुरक्षा उपकरण नहीं था और इसे चोरी करना आसान था। मामले की जांच जारी है।
The car had no security devices & it was easy to steal it. We are investigating along the lines of someone knowing about this: Madhur Verma pic.twitter.com/FYwWpl5rPm
— ANI (@ANI) October 14, 2017
दो दिनों से आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार की चोरी का मामला सुर्खियों में था। केजरीवाल की कार को तलाश करना दिल्ली पुलिस के लिए भी चुनौती बन गई थी। यही वजह है कि दिल्ली पुलिस कार की तलाश में उत्तर प्रदेश के मेरठ पहुंच गई थी। दिल्ली पुलिस की टीम ने मेरठ के सोतीगंज बाजार पहुंचकर यहां तलाशी अभियान भी चलाया। अालम यह रहा कि वैगनआर गाड़ियों को रोक-रोककर चेकिंग की गई।
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बता दें कि यह कार केजरीवाल को सॉफ्टवेयर इंजीनियर कुंदन शर्मा ने जनवरी 2013 में उपहार में दी थी। इसी नीली वैगनआर में बैठकर केजरीवाल ने राजनीति की शुरुआत की। पहली बार दिल्ली के सीएम बनने 28 दिसंबर 2013 को इसी नीली वैगन आर कार में बैठकर गए। 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल ने इसमें चलना छोड़ दिया।
पार्टी के नेता और वालंटियर इस नीली कार का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर करते थे। फिलहाल पार्टी की यूथ विंग की इंचार्ज वंदना सिंह इसका इस्तेमाल कर रही थीं। 12 अक्टूबर को वंदना ने दिल्ली सचिवालय के सामने गाड़ी खड़ी की थी। जब वह लौटीं तो गाड़ी नहीं मिली। सीसीटीवी में गाड़ी चोरी होती दिखी।
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