Delhi Vidhan Sabha: दिल्ली विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही हंगामा, BJP के सभी विधायक सदन से किए गए बाहर
Delhi Vidhan Sabha दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के मुखिया और सीएम अरविंद केजरीवाल ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया है। इस पर बृहस्पतिवार को चर्चा के बाद पास होने की उम्मीद है बशर्ते हंगामा नहीं हो।
By Jp YadavEdited By: Updated: Thu, 01 Sep 2022 11:30 AM (IST)
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के पांचवें दिन बृहस्पतिवार को सदन की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई। इसके चलते दिल्ली डिप्टी स्पीकर राखी बिड़ला ने भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता समेत 4 विधायकों को पूरे दिन के लिए सदन से बाहर निकाल दिया।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी व भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता की मांग थी कि ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर भी कराई जाए चर्चा। उधर, डिप्टी स्पीकर का तर्क है कि विश्वास मत पर चर्चा चलने के क्रम में अन्य मुद्दों पर चर्चा नहीं कराई जा सकती है। नेता प्रतिपक्ष राम वीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि 62 विधायकों का अरविंद केजरीवाल सरकार में पूर्ण समर्थन है, तब इस नाटक की जरूरत ही क्या है?
विश्वास मत प्रस्ताव के पास होने के आसार हैं। बुधवार सुबह 11 बजे के करीब जैसे ही सदन की कार्यवााही शुरू हुई, दोनों पक्षों के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सत्ता पक्ष के विधायकों द्वारा कथित आपरेशन लोटस को लेकर नारेबाजी व जांच की मांग की गई। काफी देर तक हंगामा जारी रहा तो सत्र को एक और दिन के लिए बढ़ा दिया गया।
इससे पहले बुधवार को भी चौथा दिन भी भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के हंगामे की भेंट चढ़ गया। सवा घंटे में से बमुश्किल आधा घंटा ही सदन की कार्यवाही चल पाई। ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल की अनुपस्थिति में सदन का संचालन कर रहीं डिप्टी स्पीकर ने पहले आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की। लेकिन जब इसके बाद भी हंगामा यूं ही जारी रहा तो उन्होंने बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। साथ ही सत्र को एक और दिन के लिए बढ़ा दिया गया।
उधर, भाजपा विधायकों द्वारा स्कूलों के निर्माण कार्य में कथित भ्रष्टाचार को लेकर नारेबाजी की गई। डिप्टी स्पीकर द्वारा शांत कराने पर हंगामा थोड़ा सा थमा तो आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने विश्वास प्रस्ताव पर बात रखने की कोशिश की। इसी बीच भाजपा विधायकों द्वारा नई आबकारी नीति और स्कूलों में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने की कोशिश की जाने लगी।इससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच विवाद होने लगा।
विधायक अपनी सीटों से उठकर खड़े हो गए और स्पीकर के आसन के सामने आकर भी नारेबाजी करने लगे। इस पर राखी बिड़ला ने सदन को 11:30 बजे तक स्थगित कर दिया। दोबारा सदन की शुरुआत होने पर आतिशी ने फिर से अपने वक्तव्य की शुरुआत की। उनके वक्तव्य पर भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने आपत्ति जताई। दस दौरान आप विधायक आतिशी ने भाजपा पर महिला विरोधी होने का आरोप भी लगाया।उन्होंने कहा कि एक महिला विधानसभा का संचालन कर रही है और वह खुद विश्वास मत पर बोल रही हैं। लेकिन महिला विरोधी भाजपा के विधायक न उन्हें बोलने दे रहे हैं और न ही डिप्टी स्पीकर को सदन का संचालन करने दे रहे हैं। विवाद बढ़ता देख डिप्टी स्पीकर ने भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता और ओपी शर्मा दोनों को मार्शल के जरिए बाहर करा दिया। इसके विरोध में बाकी भाजपा विधायक भी सदन से बाहर चले गए।
भाजपा विधायकों के जाने के बाद सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए सुचारू रूप से चली। आप विधायक आतिशी, दुर्गेश पाठक व कुलदीप कुमार ने भाजपा पर देशभर में दूसरी पार्टी के विधायकों को खरीद कर आपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाया और इसकी जांच कराने की मांग की। इसी बीच आप विधायक फिर से स्पीकर के आसन के समक्ष आकर आपरेशन लोटस के खिलाफ नारे लगाने लगे।हंगामा काबू में नहीं आता देख राखी बिड़ला ने करीब सवा 12 बजे सदन बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन स्थगित होने के बाद आप विधायकों ने लगातार तीसरे दिन विधानसभा परिसर में आपरेशन लोटस को लेकर नारेबाजी की। इस मामले में सीबीआइ जांच की मांग करते हुए आप विधायकों ने वहां भाजपा का पुतला दहन भी किया।
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