'राम मंदिर निर्माण का विरोध करते रहे केजरीवाल...', दिल्ली में सुंदरकांड पाठ के आयोजन पर BJP ने AAP को घेरा
सनातन को लेकर की आइएनडीआइए गठबंधन के नेताओं की अभद्र टिप्पणी पर अरविंद केजरीवाल चुपी साधे हुए थे। क्या अब वह उन नेताओं के विरुद्ध कुछ बोलेंगे? मुख्यमंत्री को यह भी बताना चाहिए जब भी चुनाव नजदीक आता है तो उन्हें भगवान राम की याद क्यों आने लगती है। निगम चुनाव था तब उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी द्वारा प्रत्येक विधानसभा में आयोजित होने वाले सुंदरकांड पाठ पर भाजपा ने प्रश्न खड़े किए हैं।
भाजपा की प्रदेश मंत्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक मंच से राम मंदिर निर्माण का विरोध किया था। कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से वह एवं उनके स्वजन बहुत व्यथित हैं, मंदिर की जगह वहां स्कूल बनना चाहिए था।
भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल के विरोध के बाद भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस कारण रंग बदलने के लिए मशहूर आम आदमी पार्टी ने अपने ऊपर भगवा रंग चढ़ा रही है। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि सुंदरकांड पाठ में आप विधायक राजेंद्र पाल गौतम को न्यौता दिया गया है नहीं?
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गौतम ने कही थी हिंदू ग्रंथों के बहिष्कार की बात- बांसुरी
गौतम ने विधानसभा में राम चरितमानस सहित अन्य हिंदू ग्रंथों के बहिष्कार की बात कही थी। सार्वजनिक मंच से लोगों को भगवान राम व भगवान कृष्ण को भगवान नहीं मानने और किसी भी हिंदू देवी देवता की पूजा नहीं करने की शपथ दिलाई थी। अपने विधायक की इस टिप्पणी पर मुख्यमंत्री को अब अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्हीं के गठबंधन की पार्टी डीएमके के नेताओं ने सनातन संस्कृति व हिंदू की तुलना बीमारियों से की थी और कहा था कि सनातन की जड़ें भारत से उखाड़ फेंकने की जरूरत है। क्या डीएमके के इन नेताओं को आम आदमी पार्टी के सुंदरकांड में आमंत्रित किया गया है?
नेताओं की अभद्र टिप्पणी पर चुप क्यों थे केजरीवाल- BJP
सनातन को लेकर की आइएनडीआइए गठबंधन के नेताओं की अभद्र टिप्पणी पर अरविंद केजरीवाल चुपी साधे हुए थे। क्या अब वह उन नेताओं के विरुद्ध कुछ बोलेंगे? मुख्यमंत्री को यह भी बताना चाहिए जब भी चुनाव नजदीक आता है तो उन्हें भगवान राम की याद क्यों आने लगती है।
निगम चुनाव था तब उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी। अब लोकसभा चुनाव नजदीक है तो सुंदरकांड का पाठ कर रहे हैं। यदि आम आदमी पार्टी के सुंदर कांड के पाठ में राजनीतिक अवसरवादिता नहीं है तो भाजपा जरूर इसका स्वागत करती है।