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पंजाब विवाद से AAP को 2019 में लग सकता है झटका, उड़ी केजरीवाल की नींद

बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी (AAP) नेतृत्व के लिए दिल्ली और आसपास के राज्य खास महत्व रखते हैं, इसलिए वह पंजाब इकाई में हुए विद्रोह से चिंतित है।

By JP YadavEdited By: Updated: Sat, 04 Aug 2018 03:36 PM (IST)
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पंजाब विवाद से AAP को 2019 में लग सकता है झटका, उड़ी केजरीवाल की नींद
नई दिल्ली (जेएनएन)। आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब से नाराज विधायक सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा बठिंडा में किए गए सम्मेलन की सफलता ने पार्टी नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। पार्टी को इसकी कतई उम्मीद नहीं थी कि बगैर उसकी मर्जी से आयोजित सम्मेलन सफल हो जाएगा। पंजाब विवाद ने AAP का पूरा गणित बिगाड़ कर रख दिया है।

नाराज विधायकों के तेवर देख आप नेतृत्व अब समझ नहीं पा रहा है कि पंजाब विवाद को किस तरह सुलझाए। इस विवाद के चलते आने वाले लोकसभा चुनाव में AAP को नुकसान होने की गुंजाइश बढ़ गई है। विवाद के कारण पार्टी की रणनीति प्रभावित हुई है और कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है।

बता दें कि AAP नेतृत्व को यह आभास बिल्कुल नहीं था कि पंजाब विवाद इतना तूल पकड़ लेगा। सूत्रों की मानें तो इसका कारण पंजाब में संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं की असफलता है। दिल्ली में बैठे नेताओं को पंजाब के नेता गलत जानकारी देते हैं कि सब कुछ सामान्य हो जाएगा और माहौल शांत हो जाएगा, मगर सुखपाल सिंह खैहरा को पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाए जाने के बाद से हालात बिगड़ते गए हैं।

माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पंजाब में पार्टी की स्थिति और बिगड़ने वाली है। ऐसे में इसका असर अगले लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। पंजाब ने 2014 के लोकसभा चुनाव में आप को चार सांसद दिए थे। हालांकि इन चार को भी आम नहीं संभाल पाई। AAP नेतृत्व के लिए दिल्ली और आसपास के राज्य खास महत्व रखते हैं, इसलिए वह पंजाब इकाई में हुए विद्रोह से चिंतित है। इसके बाद भी वह न तो विवाद सुलझा पा रहा है और न ही विद्रोह करने वाले विधायकों और नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत जुटा पा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि पंजाब में पार्टी नेताओं का विद्रोह आप के लिए नुकसानदेय साबित होने जा रहा है।

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