केजरीवाल के राजनीतिक करियर में कई बार आए उतार-चढ़ाव, दो बार पद से इस्तीफा देने वाले बनेंगे दिल्ली के पहले CM
अरविंद केजरीवाल के राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। दो बार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले केजरीवाल दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री होंगे। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से लेकर आप पार्टी के गठन और दिल्ली में सरकार बनाने तक केजरीवाल ने कई चुनौतियों का सामना किया है। इसमें हम केजरीवाल के राजनीतिक करियर के प्रमुख पड़ावों पर एक नजर डालेंगे।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर देने से आम आदमी पार्टी एक बार फिर चर्चा में हैं। केजरीवाल की बात करें तो पिछले 12 साल में ही उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कई बार उतार-चढ़ाव देखे हैं। कई बार उनके कई प्रमुख नेताओं ने पार्टी छोड़ी या फिर उन्हें बाहर किया गया, उनकी पार्टी का कई राज्यों में दो-दो बार चुनाव लड़ने के बाद भी खाता नहीं खुल सका।
दिल्ली में पहली बार सरकार बनाकर मुख्यमंत्री बनने पर केजरीवाल को 49 दिन में इस्तीफा दे दिया था। अब उन्होंने इस पद से दूसरी बार इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। हालांकि इस बार इस्तीफा देने की पिछली बार से स्थिति बिल्कुल अलग है।
2013 में दिया था सीएम पद से इस्तीफा
पूरी स्थिति पर नजर डालें तो भ्रष्टाचार के खिलाफ 2011 में खड़े हुए अन्ना आंदोलन में अरविंद केजरीवाल प्रमुख रूप से दिखते थे। वहां से निकलकर उन्होंने आप का गठन 2012 में किया था। 2013 में पहला चुनाव लड़ा, 70 में से 28 सीटें जीतीं। कांग्रेस से मिलकर सरकार बनाई, मगर 49 दिन बाद इस्तीफा दे दिया। 2015 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की।
कुमार विश्वास भी आप से दूरी बना ली
आप को 70 में से 67 सीटें जीतीं, लेकिन इस बीच पार्टी में अंतर्कलह सामने आने लगी। अप्रैल 2015 में पार्टी के संस्थापक सदस्यों योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और प्रो. आनंद कुमार को आप से निष्कासित कर दिया गया। इसमें बड़े नेताओं में अंतिम बार 2018 में पार्टी छाेड़ने वालों में नेता आशीष खेतान रहे हैं। इससे कुछ समय पहले ही आशुतोष ने आप छोड़ दी थी। कुमार विश्वास भी आप से दूरी बना ली।
दिल्ली नगर निगम में आई आप की सरकार
2017 में दिल्ली नगर निगम पर जीत न हासिल कर पाने की कसर निगम चुनाव 2022 मे पूरी की। निगम में आप सत्ता में आई। सात दिसंबर 2022 को दिल्ली नगर निगम के आए चुनाव परिणाम में आप ने 250 में से 134 सीटों जीतकर दर्ज की। केजरीवाल ने 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भी 70 में से 62 सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया।
पंजाब में 117 में से 92 सीटें जीती
इसके बाद उनके नेतृत्व में 10 मार्च 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में 117 सीटों में से आप ने 92 सीटें जीतीं। आठ दिसंबर 2022 काे गुजरात विधानसभा के आए चुनाव परिणाम में आप को पांच सीटें मिलीं। मगर हिमाचल विधानसभा चुनाव में उन्हें एक भी सीट नहीं मिली और प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
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