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सीवर ओवरफ्लो पर आतिशी हुईं नाराज, दिल्ली के मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए दिए निर्देश

दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने राजधानी में सीवर ओवरफ्लो की समस्या दूर नहीं हो रही है। लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने इसके लिए दिल्ली के मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए समस्या हल करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि विभागों के बीच समन्वय की कमी से समस्या बढ़ रही है। अधिकारी एक दूसरे को दोष देकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं।

By Santosh Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Updated: Sat, 17 Aug 2024 06:32 PM (IST)
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जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए दिए निर्देश।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी में सीवर ओवरफ्लो की समस्या दूर नहीं हो रही है। कई स्थानों पर सीवर ओवरफ्लो के कारण वर्षा होने पर सड़कों पर जलभराव की समस्या होती है। जल आपूर्ति पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से घरों में पहुंचने वाला पानी भी दूषित हो रहा है।

दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने इसे लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने इसके लिए दिल्ली के मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए समस्या हल करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि विभागों के बीच समन्वय की कमी से समस्या बढ़ रही है। अधिकारी एक दूसरे को दोष देकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं।

अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाने का निर्देश

मंत्री ने मुख्य सचिव को तत्काल सीवर समस्या को दूर करने और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव को दिए लिखित आदेश में कहा, पटपड़गंज गांव, शशि गार्डन, खिचड़ीपुर, सुभाष पार्क, राज नगर पार्ट 2, सत्य निकेतन, आरके पुरम, जेड ब्लॉक रंजीत नगर, फरीदपुरी, बुद्ध नगर, पांडव नगर, डब्ल्यूईए करोलबाग, गढ़ी, पिलंजी, चंद्रावल, कोटला, सराय काले खां बस्ती, जमरूदपुर और चिराग दिल्ली में अधिक परेशानी है। समस्या दूर नहीं हुई तो इससे गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है।

अधिकारियों के साथ कई समीक्षा बैठक

उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रतिनिधियों और जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ कई समीक्षा बैठक की गई। उन्हें समस्या वाले स्थान की जानकारी उपलब्ध कराने के बाद भी उसका समाधान नहीं हुआ। शहरी विकास विभाग, दिल्ली जल बोर्ड और वित्त विभाग समस्या का समाधान करने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप में लगे हुए हैं। अधिकारियों के प्रमुख होने के नाते मुख्य सचिव इसके लिए जिम्मेदार हैं। मुख्य सचिव को मौखिक-लिखित निर्देश देने के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी। इस तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं हो सकती है।

सीवर ओवरफ्लो की समस्या को लेकर नाराजगी

पिछले वर्ष दिसंबर में भी जल मंत्री ने शिकायत मिलने पर कई स्थानों का दौरा कर सीवर ओवरफ्लो की समस्या को लेकर नाराजगी जताई थी। उन्होंने मुख्य सचिव सहित जल बोर्ड के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया था। जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर लोगों की शिकायत सुनकर उसका समाधान करने का निर्देश दिया था। मार्च में विधानसभा में भी यह मामला उठा था। सीवर लाइन की सफाई कराने पर जोर दिया गया था। अब तक न तो पूरी ट्रंक लाइन की पूरी सफाई हुई है और न पेरिफेरल व आंतरिक सीवर लाइन की।

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