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'पर्याप्त फंड नहीं मिलने से सीवर की सफाई का काम अधूरा, नरक में जीने को मजबूर दिल्लीवासी', अधिकारियों पर बरसीं आतिशी

दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को एक लिखित पत्र में कहा कि दिल्ली जल बोर्ड में निर्मित वित्तीय संकट के कारण दिल्ली को नरक में डाल दिया गया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर सीवर ओवरफ्लो की चिंताजनक स्थिति के लिए मुख्य सचिव की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संकट का समाधान करना अब मुख्य सचिव की निजी जिम्मेदारी है।

By Santosh Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Updated: Thu, 22 Aug 2024 08:41 PM (IST)
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दिल्ली में सीवर की सफाई का काम नहीं होने पर अधिकारियों पर बरसीं आतिशी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) को पर्याप्त फंड नहीं मिलने से सीवर की सफाई और अन्य जरूरी काम बाधित हो रहे हैं। सीवर ओवरफ्लो की समस्या बढ़ रही है। लोगों की शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। जल मंत्री ने आतिशी ने इस समस्या के लिए मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए इसके समाधान का निर्देश दिया। फंड रोकने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को भी कहा है।

आतिशी ने मुख्य सचिव को एक लिखित पत्र में कहा कि दिल्ली जल बोर्ड में निर्मित वित्तीय संकट के कारण दिल्ली को नरक में डाल दिया गया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर सीवर ओवरफ्लो की चिंताजनक स्थिति के लिए मुख्य सचिव की आलोचना की। बार-बार मिल रही शिकायतों के बाद मंत्री आतिशी ने खुद प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और कहा कि संकट का समाधान करना अब मुख्य सचिव की निजी जिम्मेदारी है।

मंत्री ने सोमवार को मुख्य सचिव को सीवर ओवरफ्लो की समस्या हल करने का निर्देश दिया था। उसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी। उन्होंने कहा दिल्ली के कई क्षेत्रों से लोग सीवर ओवरफ्लो की शिकायत कर रहे हैं। सीवर का पानी सड़कों पर होने से बीमारी फैलने का डर बना हुआ है।

अधिकारी फंड की कृत्रिम संकट पैदा कर रहे: आतिशी

उनका आरोप है कि अधिकारी फंड की कृत्रिम संकट पैदा कर रहे हैं। दिल्ली जल बोर्ड को 7195 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यह दिल्ली सरकार के कुल बजट का 9.5 प्रतिशत है। इसमें से दिल्ली जल बोर्ड को अब तक मात्र 400 करोड़ रुपये दिए गए हैं। फंड की कमी से सीवर की सफाई व रखरखाव का काम नहीं हो रहा है। जल बोर्ड, शहरी विकास विभाग व वित्त विभाग के बीच फाइलें घूमती रहती है।

उन्होंने मुख्य सचिव को 48 घंटे में जल बोर्ड को आवंटित बजट के अनुसार धनराशि जारी करने का निर्देश दिया। उन्हें दिल्ली के प्रत्येक क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में कर्मचारी और सीवर साफ करने वाली मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।

शिकायत मिलने पर इलाकों का किया दौरा: आतिशी

मंत्री ने कहा, शिकायत मिलने पर उन्होंने उत्तम नगर के मोहन नगर गार्डन व अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण किया है।स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि जल बोर्ड के अधिकारियों से शिकायत करने पर उन्हें कर्मचारियों की कमी और सीवर साफ करने वाली मशीन की उपलब्धता नहीं होने की बात कर समस्या दूर करने में असमर्थता जता देते हैं।

उत्तम नगर के विधायक नरेश बाल्यान ने उन्हें बताया कि पिछले वर्ष तक उनके क्षेत्र में सीवर व पाइपलाइन के रखरखाव के लिए 73 कर्मचारी व 14 मशीन लगाई गई थी। अब मात्र 18 कर्मचारी और सात मशीन है। इससे समस्या बढ़ रही है।

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