Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री बनने के बाद आतिशी के पास कौन से रहेंगे मंत्रालय? नई सीएम के बारे में क्या सोचते हैं अधिकारी, यहां जानिए

Atishi News आतिशी दिल्ली सरकार की सबसे प्रभावशाली मंत्री हैं। उनके पास शिक्षा उच्च शिक्षा टीटीई पीडब्ल्यूडी बिजली पर्यटन जल वित्त योजना कानून सतर्कता सेवा और जनसंपर्क विभाग हैं। वह अपने काम को लेकर बहुत ही संजीदा हैं और अधिकारियों के साथ भी उनका तालमेल अच्छा है। आतिशी 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकती हैं। इस दौरान उनके साथ मंत्री भी शपथ लेंगे।

By V K Shukla Edited By: Geetarjun Updated: Wed, 18 Sep 2024 08:04 PM (IST)
Hero Image
मुख्यमंत्री बनने के बाद आतिशी के पास कौन से रहेंगे मंत्रालय?
वीके शुक्ला, नई दिल्ली। अभी तक आप सरकार के कार्यकाल की बात करें तो पहले कार्यकाल में ही सीएम रहते हुए अरविंद केजरीवल (Arvind Kejriwal) ने अपने पास जल बोर्ड रखा था, मगर बाद में इसे भी छोड़ दिया था। दूसरे कार्यकाल में उनके पास कोई विभाग नहीं रहा था। मगर आतिशी (Atishi) अपने पास कई विभाग रखेंगी।

पार्टी सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी (AAP) उनसे किसी भी विभाग को छोड़ने के लिए नहीं कहेगी। सूत्रों ने कहा कि अगर वह अपनी मर्जी से कोई विभाग छोड़ना चाहेंगी तो यह उनका अपना फैसला होगा। ऐसी स्थिति में ही उनका वह विभाग किसी और मंत्री को दिया जाएगा।

CM बनने पर होगा काम का दबाव

हालांकि सूत्रों ने दावा किया कि आतिशी इनसे भी ज्यादा विभाग संभाल पाने में सक्षम हैं। मगर यह भी माना कि सीएम बनने के बाद उन पर काम का दबाव और ज्यादा जरूर बढ़ेगा।

दिल्ली सरकार में सबसे प्रभावशाली मंत्री

आतिशी दिल्ली कैबिनेट की सबसे प्रभावशाली मंत्री हैं। उनके पास इस पर समय सबसे अधिक विभाग हैं या यों कहें कि स्वास्थ्य विभाग, परिवहन और पर्यावरण को छोड़ दिया जाए तो सरकार के अन्य सभी प्रमुख विभाग आतिशी के पास ही हैं। उन्हें जब मार्च 2023 में मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी तो उनके पास अब की अपेक्षा कम विभाग थे।

ये विभाग हैं उनके पास

उस समस इनके पास शिक्षा, उच्च शिक्षा, टीटीई, पीडब्ल्यूडी, बिजली व पर्यटन विभाग ही थे। मगर बाद के महीनों में जल, वित्त, योजना, कानून, सतर्कता, सेवा व जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी भी इन्हें दी गई। इन विभागों की जिम्मेदारी ज्यादातर मामलों में इन्हें उस समय मिली जब इन विभाग को लेकर कोई विवाद चल रहा था।

ये भी पढ़ें- आतिशी को दिल्ली का ताज: केजरीवाल की तरह नई मुख्यमंत्री के सामने होगी ये चुनौती, सिसोदिया ने भी की ये अपील

मगर आतिशी ने उन जटिलताओं को दूर करने के लिए अपनी सूझबूझ से बेहतर तरीके से काम कर विवाद को कम करने या सुलझा लेने का काम किया। इस दौरान इन्होंने पर्यटन आदि जैसे कुछ विभाग छोड़े भी हैं। मगर इनके पास ज्यादातर विभाग ऐसे हैं जो जनता से सीधे जुड़े हुए हैं और इनमें काम सबसे अधिक रहता है।

आप के अन्य नेताओं से आतिशी को बेहतर मानते हैं अधिकारी

दिल्ली सरकार के अधिकारी आतिशी को आप के अन्य नेताओं से बेहतर मानते हैं। राजनिवास व अधिकारियों से तनातनी के बीच भी मंत्री के रूप में आतिशी संतुलन बनाकर चलती रही हैं। सरकार के काम रुकने पर उन्होंने अधिकारियों से अधिक एलजी और केंद्र सरकार को जिम्मेदार माना है।

मुख्य सचिव रहे नरेश कुमार और वित्त विभाग के प्रधान सचिव के खिलाफ उनके राजनीतिक हमलों को अलग कर दिया जाए तो वह अन्य अधिकारियों के साथ सामान्य ही रही हैं। अधिकारियों की मानें तो आतिशी का बात करने का लहजा कभी भी बेहतर ही रहता है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।