धर्म परिवर्तन न करने पर दलित परिवार पर किया हमला, जानें कौन है 'इस्लाम'
पीड़ित पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया व इस्लाम धर्म कुबूल न करने पर जान से मार देने की धमकी दी।
नूंह (जेएनएन)। जिले के नगीना खंड के मोहलाका गांव में धर्म परिवर्तन न करने पर दलित से मारपीट का मामला सामने आया है। नगीना थाने में ताजा शिकायत देने वाले हैं मोहलाका गांव के श्रीकिशन। उन्होंने गांव के ही इस्लाम पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। कई अन्य ग्रामीणों ने भी ऐसे ही आरोप लगाए हैं। एक परिवार को इतना प्रताड़ित किया गया कि वह इस्लाम के कॉलोनी से पलायन ही कर गया।
श्रीकिशन की शिकायत के अनुसार, वह सपरिवार पंचायत से मिली बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) प्लाट में बने घर में रह रहा है। गांव का ही रहने वाला इस्लाम (पुत्र लीला) ने पास में अवैध कब्जा कर रखा है। उसे इस्लाम धमकी देता है कि अगर इस कॉलोनी में रहना है, तो इस्लाम धर्म कुबूल करना होगा।
आए दिन जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली-गलौज भी करता है। जब श्रीकिशन ने इसका विरोध किया तो गत 15 जनवरी को इस्लाम ने अपने साथियों (तारिक, मौसिम, अतरू, पत्नी अस्मीना) के साथ लाठी-डंडों से हमला कर दिया व इस्लाम धर्म कुबूल न करने पर जान से मार देने की धमकी दी।
आरोप है कि ये लोग परिवार की लड़कियों से छेड़छाड़ भी करते हैं। इस्लाम एक मामले में भगोड़ा घोषित है। उसके पास अवैध हथियार भी हैं।
तीन हजार की आबादी में सात दलित परिवार
इस गांव की आबादी कोई तीन हजार है। यहां सात दलित परिवार रहते हैं। अन्य घर मुस्लिम परिवार के हैं। इससे पहले हुकमचंद व उनका परिवार वहां बीपीएल द्वारा दिए गए प्लाट में रहा करते थे। उन पर धर्म परिवर्तन के लिए इतना अधिक दबाव डाला गया कि हुकमचंद ने वह जगह ही छोड़ दी। अब यहां हुकमचंद के दो बेटे ही रहते हैं।