जीटीबी अस्पताल में डॉक्टर के साथ बदसलूकी, मारपीट में दिल्ली पुलिस का सिपाही शामिल
आरोप था कि डॉक्टर मोबाइल पर बातचीत कर टाइम खराब कर रहे हैं। सभी ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी।
नई दिल्ली [जेएनएन]। जीटीबी अस्पताल में एक मरीज को भर्ती करने के दौरान डॉक्टर को मोबाइल फोन पर बात करता देख तीमारदार इतने भड़क गए कि एसआर (सीनियर रेजिडेंट) पर हाथ उठा दिया। उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए गाली-गलौच व मारपीट की और वीडियो बनाकर करियर खराब करने तक की धमकी दे डाली।
दिल्ली पुलिस का एक सिपाही शामिल
मारपीट करने वालों में दिल्ली पुलिस का एक सिपाही भी शामिल है, जो मरीज का रिश्तेदार बताया जा रहा है। जीटीबी एंक्लेव पुलिस ने मामला शांत कराकर पीड़ित डॉक्टर की शिकायत पर प्रवीण, सुभाष, दाताराम और संजय के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, डॉक्टर पर हमला करने और डीएमएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
सभी आरोपी फरार
सभी आरोपी वारदात के बाद से फरार हैं। घटना शुक्रवार की है। डॉ. सुमंत ड्यूटी पर थे। इसी दौरान एक मरीज मोहा राम (53) को लेकर परिजन हड्डी रोग विभाग में आए। उन्हें कंधे में चोट की शिकायत थी। हड्डी रोग विभाग में मरीज बेहोश होकर गिर गए तो उन्हें न्यूरोलॉजी विभाग भेज दिया गया, जहां एक्सरे और सीटी स्कैन हुआ।
डॉक्टर से की बदसलूकी
जांच के दौरान पता चला कि मोहा राम की कंधे की हड्डी में फ्रैक्चर है। डॉक्टरों ने सर्जरी के लिए भर्ती करने की सलाह दी और डॉ. सुमंत ने वरिष्ठ डॉक्टर को भी इसकी सूचना दे दी। मरीज को भर्ती करने की प्रक्रिया चल रही थी। उस समय डॉ. सुमंत मोबाइल पर किसी से बात करने लगे। यह देखकर मोहा राम के बेटे प्रवीण, अन्य परिजन सुभाष, दाता राम व दिल्ली पुलिस के सिपाही संजय डॉ. सुमंत से बदसलूकी करने लगे।
टाइम खराब कर रहे हैं डॉक्टर
आरोप था कि डॉक्टर मोबाइल पर बातचीत कर टाइम खराब कर रहे हैं। संजय ने मोबाइल से वीडियो बनाकर डॉ. सुमंत को करियर खराब करने तक की धमकी दी। डॉक्टर ने इसका विरोध किया तो सभी ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी। अस्पताल से सूचना पाकर जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती, सभी आरोपी मरीज के साथ फरार हो चुके थे। शनिवार को पुलिस ने आरोपीयों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
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