Delhi: लेखकों ने तथ्यों से समझाया मार्क्सवादी विचारधारा का झूठ
दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर अनंत विजय की पुस्तक ‘मार्क्सवाद का अर्धसत्य’ और वरिष्ठ पत्रकार दीप हलदर की पुस्तक ‘ब्लड आईलैंड’ पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में शनिवार को दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर अनंत विजय की पुस्तक ‘मार्क्सवाद का अर्धसत्य’ और वरिष्ठ पत्रकार दीप हलदर की पुस्तक ‘ब्लड आईलैंड’ पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। अनंत विजय ने कहा कि उन्होंने पुस्तक में वामपंथियों की ओर से फैलाए गए झूठ को तथ्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि मार्क्सवादी विचारधारा झूठ पर आधारित है, लेकिन इसकी जड़ें बहुत गहरी इसलिए हैं, क्योंकि झूठ जल्दी फैलता है। आज वामपंथियों को संविधान की याद आ रही है। उन्हें अपनी सरकारों के समय किए गए अत्याचारों की जरा भी याद नहीं है। वामपंथी विचारकों की ओर से फैलाए झूठ से वर्तमान पीढ़ी को बचाने के लिए अधिक लिखे जाने की जरूरत है।
वहीं, दीप हलदर ने कहा कि उनकी किताब वर्ष-1979 में ज्योति बसु के समय मरीचझापी द्वीप पर किए गए शरणार्थियों के नरसंहार पर आधारित है, जिसमें करीब 40 हजार महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने इस नरसंहार के बारे में अपने पिता और उस समय पत्रकार रहे दिलीप हलदर से सुना था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य व प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक जे नंद कुमार ने केरल, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में वामपंथी सरकारों की ओर से किए गए अत्याचारों के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू भी वामपंथी थे। इसलिए उन्होंने इस विचारधारा का पोषण किया। कार्यक्रम का संचालन श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक डॉ. अनिर्बान गांगुली ने किया। इस अवसर पर अवनिजेश अवस्थी, कुमुद शर्मा, अमीर चंद व आदर्श तिवारी आदि मौजूद थे।