World Health Day: खराब जीवनशैली और गलत खानपान से बढ़ रही ऑटोइम्यून की बीमारियां, बचाव के लिए योग है मददगार
विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर एम्स के एनाटमी विभाग की प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने कहा कि खराब जीवनशैली व गलत खानपान के कारण डायाबिटीज हाइपरटेंशन हृदय रोग सहित कई गंभीर बीमारियों के साथ-साथ आटोइम्यून की बीमारियां भी बढ़ रही हैं। योग ऑटोइम्यून की बीमारियों से बचाव में भी मददगार है। एम्स में हुए शोध में भी यह बात साबित हो चुकी है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक बनाने के लिए रविवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इसके मद्देनजर कई डॉक्टरों व चिकित्सा संस्थानों ने लोगों को जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से बचाव के संदेश दिए।
इसी क्रम में एम्स के एनाटमी विभाग की प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने कहा कि खराब जीवनशैली व गलत खानपान के कारण डायाबिटीज, हाइपरटेंशन, हृदय रोग सहित कई गंभीर बीमारियों के साथ-साथ आटोइम्यून की बीमारियां भी बढ़ रही हैं। योग आटोइम्यून की बीमारियों से बचाव में भी मददगार है। एम्स में हुए शोध में भी यह बात साबित हो चुकी है।
खराब जीवनशैली व गलत खानपान के कारण
उन्होंने बताया कि अभी ज्यादातर बीमारियां खराब जीवनशैली व गलत खानपान के कारण हो रही है। खानपान में नमक, चीनी व ट्रांस फैट के अधिक इस्तेमाल के कारण डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हृदय की बीमारियां बहुत बढ़ गई हैं। यह देखा जा रहा है कि गलत खानपान के कारण गठिया व कई अन्य तरह की ऑटोइम्यून की बीमारियां भी बढ़ रही है।
बांझपन की समस्या भी बढ़ रही
इन बीमारियों में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता शरीर की कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाने लगती है। जोड़ों में दर्द व शरीर में सूजन होने लगती है। इसके अलावा पालीसिस्टिक ओवरी डिजीज व बांझपन की समस्या भी बढ़ रही है। योग इन सभी बीमारियों से बचाव और इलाज में भी मददगार है। यदि लोग लोग प्रतिदिन 25 से 30 मिनट भी योग करें तो जीवनशैली से जुड़ी गंभीर बीमारियों से बचाव होगा। बीमारी होने पर उसके सुधार में भी मददगार होगा।
तनाव व अवसाद जैसी बीमारियां भी बढ़ी
भागदौड़ की जिंदगी में मानसिक तनाव व अवसाद जैसी बीमारियां भी बढ़ी हैं। योग से मानसिक तनाव भी कम होता है। इसलिए लोगों को नियमित रूप से योग जरूर करना चाहिए। जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से बचाव का सबसे बेहतर उपाय योग ही है।
शराब व जंक फूड का सेवन न करें
राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने कहा स्वस्थ जीवन और शरीर के महत्वपूर्ण अंकों को निरोग रखने के लिए जरूरी है कि तंबाकू, शराब व जंक फूड का सेवन न करें। खानपान में फल, हरी सब्जियों, दाल इत्यादि पौष्टिक चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। खाने में प्रतिदिन पांच ग्राम से कम नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। प्रतिदिन व्यायाम व योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा।