पेट के कैंसर से बचना चाहते हैं तो खाने में इन चीजों का न करें सेवन, AIIMS के डॉक्टर ने चेताया; जरूर पढ़ें
पेट के कैंसर से बचना चाहते हैं तो खाने में रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट का सेवन कम करें। एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय के अनुसार शाकाहारी भोजन पेट के कैंसर के खतरे को कम करता है। हालांकि कीटनाशकों के बढ़ते इस्तेमाल से शाकाहारी भोजन भी शुद्ध नहीं रहा। इसलिए खानपान को स्वच्छ बनाना जरूरी है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। विश्व शाकाहार जागरूकता दिवस को लेकर नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा कि रेड मीट और प्रसंस्कृत मीट खोने से पेट से संबंधित कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। शाकाहारी भोजन से पेट का कैंसर होने का खतरा कम होता है।
डॉक्टर्स फोरम और एनिमल वेलफेयर सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पेट के कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। फिर भी अभी भारत में विकसित देशों की तुलना पेट के कैंसर कम होता है। विकसित देशों में रेड मीट और प्रसंस्कृत मीट का सेवन अधिक होने के कारण पेट से संबंधित कैंसर अधिक होता है। इस वजह से कई विकसित देशों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में कोलोरेक्टल कैंसर की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है।
कीटनाशक के कारण शाकाहार भी नहीं रहा शुद्ध
फल और हरी सब्जियां स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद होती हैं। लेकिन कीटनाशक के बढ़ते इस्तेमाल के कारण शाकाहार भी शुद्ध नहीं रहा। भूजल में भी हेवी मेटल की समस्या बढ़ी है। यह भी कैंसर का कारण बन रहा है। इस वजह से खानपान को स्वच्छ बनाना जरूरी है। एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने भी कहा कि शाकाहारी भोजन अच्छा होता है और बीमारियां कम होती हैं।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।