इस तरह होता है डेंगू मरीज का देशी तरीके से इलाज, जरूर पढ़ें यह खबर
6 से 7 इंच गिलोय का तना या पंचाग लेकर दो गिलास पानी में उबालकर ठंडा होने पर हर आधे घंटे बाद पिलाने से डेंगू बुखार में बड़ा लाभ मिलेगा।
By JP YadavEdited By: Updated: Sun, 08 Jul 2018 08:52 AM (IST)
गुरुग्राम (जेएनएन)। इस मौसम में डेंगू का डर हर किसी को सताने लगा है। मरीज कई बार सामान्य बुखार को भी डेंगू समझने लगता है। यही कारण है कि लोग महंगा इलाज होने के बाद भी अस्पतालों में दाखिल हो जाते हैं। हालांकि, आयुर्वेदिक डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू मरीज का इलाज देशी तरीके से भी बेहतर किया जा सकता है। मरीज के प्लेटलेट्स कम होने की समस्या से निजात पाई जा सकती है।
डॉक्टरों ने इसके लिए अलग-अलग कई तरीके बताए हैं जिससे मरीज महंगे इलाज से बच सकता है। जिला नागरिक अस्पताल में आयुर्वेद डॉ. गीतांजली अरोड़ा ने कहा कि 6 से 7 इंच गिलोय का तना या पंचाग लेकर दो गिलास पानी में उबालकर ठंडा होने पर हर आधे घंटे बाद पिलाने से डेंगू बुखार में बड़ा लाभ मिलेगा। मरीज को धान्याकादि हिम धनिया दो चम्मच, आंवला चूर्ण दो चम्मच, मुनक्का दो चम्मच, पर्यटक चूर्ण दो चम्मच समान भाग में लेकर 4 गिलास पानी में रात को मिट्टी के बर्तन में रखने के बाद सुबह छान कर पिलाएं।इसके अलावा दिन में 3-4 बार नारियल का पानी पीये और 8-10 लौंग, 2-3 छोटी इलायची चार गिलास पानी में ढककर उबालें और ठंडा होने पर 3-4 मिनट तक रुचि अनुसार रोगी को पीने दें। मरीज को पपीते के पत्तों का स्वरस एक चम्मच, थोड़ी सी मिश्री मिलाकर दिन में तीन बार देने से भी रोगी को लाभ होगा।
डॉ. ने कहा कि बचाव के लिए व्यक्ति को बार-बार स्वच्छ पानी पीना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां जैसे घीया, तोरी, टिंडा, कद्दू आदि का सेवन करना चाहिए। साथ में ताजे मौसमी फल जैसे मौसमी, संतरा, अनार, आंवला, पपीता, खीरा आदि का सेवन उत्तम रहता है। रोगी को स्वाद अनुसार मिश्री के साथ आधा गिलास ठंडा दूध दिन में 2-3 बार देने से भी फायदा होता है।
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