गरीबी की बेड़ियों से निकाल युवाओं का निखार रहे हुनर
एकेडमी के संचालक अजहर ने बताया कि एकेडमी में युवाओं को मार्शल आर्ट, बॉक्सिंग, कबड्डी, कुश्ती जैसे कई गुर सिखाए जाते हैं।
By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 30 May 2018 02:40 PM (IST)
नई दिल्ली (पुष्पेंद्र कुमार)। जीवन में आर्थिक तंगी की बेड़ियां आड़े आ जाए तो उससे निकलना आसान नहीं होता, लेकिन मदद का हाथ बढ़ाकर किसी भी बेड़ी को तोड़ा जा सकता है। यह साबित कर दिखाया श्रीराम कॉलोनी कच्ची खजूरी स्थित चक दे इंडिया एकेडमी चलाने वाले अजहर ने। उन्होंने गरीबी के बीच जी रहे युवाओं का दर्द समझकर उनके हुनर को निखारने का बीड़ा उठाया।
आज वह यमुनापार में ऐसी एकमात्र एकेडमी चलाकर झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले युवाओं, बच्चों को न सिर्फ आत्मरक्षा के गुर सिखा रहे हैं, बल्कि मेडल जीतने के लायक भी बना रहे हैं। इनके अलावा भी अगर कोई यहां प्रशिक्षण लेना चाहता है तो उसे भी प्रशिक्षित करते हैं।एकेडमी के संचालक अजहर ने बताया कि एकेडमी में युवाओं को मार्शल आर्ट, बॉक्सिंग, कबड्डी, कुश्ती जैसे कई गुर सिखाए जाते हैं। यहां से प्रशिक्षण लेकर युवा राष्ट्रीय से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में भी दमखम दिखाकर मेडल जीत चुके हैं। चिंग बॉक्सिंग और जंप जैसी प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल भी मिले हैं। एकेडमी के युवा रोड शो करके इलाके के लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश भी देते हैं।
बालों से स्कॉर्पियो खींचकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की करीब हैं अनमअजहर ने बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकेडमी के युवाओं ने इस वर्ष सात गोल्ड मेडल जीते। इस वर्ष एकेडमी की अनम अपने बालों से स्कॉर्पियो को खींचकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के करीब पहुंच चुकी हैं और एक मिनट में 300 किक लगाकर भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रही हैं।
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