Move to Jagran APP

उत्‍तर प्रदेश के डीएम ने दिल्‍ली में बताया आखिर बूथों तक कैसे आए मतदाता

लोगों को मतदान के लिए बूथ तक पहुंचाने के लिए सबसे पहले उनका विश्वास जीतना और उन्हें यह विश्वास दिलाना जरूरी है कि उनके एक वोट से कितना बदलाव आ सकता है।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Wed, 16 Oct 2019 05:02 PM (IST)
उत्‍तर प्रदेश के डीएम ने दिल्‍ली में बताया आखिर बूथों तक कैसे आए मतदाता
नई दिल्ली, जेएनएन। मतदान में लोगों की सहभागिता को कैसे बढ़ाया जाए और लोगों को घरों से निकलकर मतदान के लिए कैसे प्रेरित किया जाए, इसके बारे में उत्‍तर प्रदेश के बांदा जिले के डीएम हीरा लाल ने मंगलवार को दिल्ली के सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च में आयोजित कार्यक्रम में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लोगों को मतदान के लिए बूथ तक पहुंचाने के लिए सबसे पहले उनका विश्वास जीतना और उन्हें यह विश्वास दिलाना जरूरी है कि उनके एक वोट से कितना बदलाव आ सकता है।

बांदा में अपनाया था तरीका, मिला 11 फीसद का ग्रोथ

डीएम हीरा लाल ने बताया कि बांदा में जो तरीका अपनाया गया, उसके जरिये 90 फीसद मतदान का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन इसमें पूरी तरह से सफलता नहीं मिल सकी। हालांकि मतदान में 11 फीसद का इजाफा हुआ और 1984 में 54.73 फीसद मतदान के रिकार्ड को तोड़ते हुए 63.24 फीसद मतदान हुआ।

सबसे पहले करें नमस्‍ते

दिव्यांगों ने 85.35 फीसद मतदान किया। उन्होंने बताया कि स्वयं के साथ सभी प्रशासनिक अधिकारियों को बताया गया कि जब भी वे लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए जाएं तो सबसे पहले उन्हें नमस्ते करें। इसके बाद सीधे मतदान की बात करने की बजाय पहले उनकी पानी आदि की समस्या के बारे में बात करें।

पहले लोगों को समझें

अधिकारी उनसे इस तरह से बात करें कि उन्हें लगे कि उन्हें समझाने वाला व्यक्ति उन्हीं के बीच से है। उन्हें मतदान की ताकत और एक-एक वोट करके चुने गए प्रत्याशी और सरकार में उनकी सहभागिता का अहसास कराना जरूरी है। मतदाताओं को विश्वास में लेना सबसे अधिक जरूरी है। इसके अलावा लोगों के मन में मतदान को लेकर जो भी नकारात्मक चीजें हैं, उन्हें दूर करने की जरूरत है।

कार्यक्रम से होगा सीधा जुड़ाव

इसके लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके लोगों से सीधा जुड़ाव बनाया गया था। कार्यक्रम के दौरान सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च की अध्यक्ष यामिनी अय्यर ने कहा कि मतदान को बढ़ाने के जो प्रयास किया गया, वह सराहनीय है। अन्य जिलों में भी इस प्रकार से कार्य किया जाए, इसके लिए डीएम बांदा द्वारा अपनाई गई व्यवस्था को सोशल मीडिया से लेकर राष्ट्रीय मीडिया द्वारा प्रचारित किए जाने की जरूरत है।

दिल्‍ली पुलिस के अधिकांश बूथों पर उड़ रही नियमों की धज्‍जियां, अब बनने जा रहा सख्‍त कानून

जानकारी और संसाधनों के अभाव में नहीं चलता कैंसर का पता, अब भाजपा करेगी आपकी मदद

दिल्‍ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्‍लिक

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।