दिल्ली से सटे नोएडा में BHEL के डीजीएम की गोली मार कर हत्या, बनारस के रहने वाले थे
पुलिस के अनुसार अमित पांडे का उनकी पत्नी से तलाक हो चुका है। पुलिस विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है।
नोएडा (जेएनएन)। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के डीजीएम अमित पांडेय (41) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बृहस्पतिवार शाम उनका शव सेक्टर 105 में सड़क किनारे मिला। उनका मोबाइल और हैंड बैग गायब है। लूट के विरोध में हत्या की आशंका जताई जा रही है। कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अमित पांडेय मूलरूप से सुसवाही वाराणसी के रहने वाले थे। उनके पिता नर्वदेश्वर पांडेय वाराणसी में रहते हैं। अमित सेक्टर 104 स्थित सफायर सोसायटी टॉवर टू में भाई सत्येन्द्र के साथ रहते थे। वह लोधी रोड दिल्ली स्थित भेल के कार्यालय में डीजीएम के पद पर कार्यरत थे।
एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अमित मेट्रो से दफ्तर आते-जाते थे। कई बार वह वापस आने के दौरान नोएडा स्थित मेट्रो स्टेशन से पैदल ही घर आ जाते थे। बुधवार शाम वह दिल्ली स्थित दफ्तर से घर के लिए निकले थे। देर रात घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन की।
बृहस्पतिवार सुबह परिजनों ने कोतवाली पुलिस से शिकायत की। इसके बाद उनका शव मिलने की जानकारी मिली। एसएसपी लव कुमार ने बताया कि भेल के अधिकारी की गोली मारकर हत्या की गई है। मोबाइल गायब है। अब तक घटना का कारण साफ नहीं है। जांच चल रही है। विभिन्न एंगल से जांच हो रही है।
सेक्टर-105 में मिली थी मोबाइल की अंतिम लोकेशन
भेल के डीजीएम अमित पांडेय की गुमशुदगी की शिकायत के बाद पुलिस सर्विलांस के आधार पर जांच कर रही थी। अमित के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली गई है। उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन सेक्टर 105 हाजीपुर के पास ही मिल रही थी। यहां से एक-डेढ़ किलोमीटर पर उनका फ्लैट भी था। इस कारण पुलिस ने इस क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू किया। जिसके बाद बृहस्पतिवार शाम सड़क किनारे उनका शव बरामद हुआ।
अमित का मोबाइल और हैंड बैग गायब है, जबकि घड़ी उनके पास से मिली है। अमित की पीठ में एक गोली मारी गई है और सामने गर्दन के पास से गोली निकल गई है। इसके अलावा शरीर में और कहीं कोई चोट के निशान नहीं थे।
लापता होने से पहले अमित की बुधवार शाम करीब साढ़े आठ बजे बहन से अंतिम बार बात हुई थी। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि अमित बुधवार को ऑफिस से घर कैसे लौट रहे थे। घटनास्थल के पास कई रेस्तरां हैं। जहां लगे सीसीटीवी पुलिस खंगाल रही है।
नोएडा स्थित घर में अमित के साथ उनके भाई सुमित और उनका परिवार रहता है। बहन-बहनोई भी नोएडा में ही रहते हैं। होली से पहले अमित बहन को लेकर वाराणसी गए थे। अमित करीब 10 वर्षों से पत्नी से अलग रहते थे। उनकी कोई संतान नहीं है। वहीं, हर रोज वह मेट्रो के जरिये घर लौटते थे। इसे देखते हुए सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन की फुटेज भी खंगाली जाएगी कि वह ऑफिस कैसे लौटे।
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