Delhi Pollution Restriction: राजधानी में हवा हुई साफ, दिल्लीवालों को CAQM ने दी ये बड़ी राहत
राजधानी में ठंड के साथ-साथ प्रदूषण से भी राहत है। इस वजह से हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार अगले तीन दिन भी हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी रहेगी। इसके बाद एयर इंडेक्स में और सुधार हो सकता है। इस वजह से एक मार्च के बाद हवा की गुणवत्ता संतोषजनक श्रेणी में पहुंच सकती है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Delhi Pollution: राजधानी में ठंड के साथ-साथ प्रदूषण से भी राहत है। इस वजह से हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन दिन भी हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी रहेगी। इसके बाद एयर इंडेक्स में और सुधार हो सकता है।
इस वजह से एक मार्च के बाद हवा की गुणवत्ता संतोषजनक श्रेणी में पहुंच सकती है। इसके मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने मंगलवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप, GRAP)-एक के प्रविधानों को भी हवा दिया है।
अक्टूबर में लागू हुए थे पहले चरण के प्रतिबंध
पिछले वर्ष छह अक्टूबर को ग्रेप-एक के प्रविधान लागू किए गए थे। 19 फरवरी को ग्रेप-दो के प्रतिबंधों को हटाया गया था। इसके बाद से एनसीआर में ग्रेप-एक के प्रविधान लागू थे। आयोग की सब कमेटी की मंगलवार को बैठक हुई। जिसमें दिल्ली में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई।
मध्यम श्रेणी में बनी वायु गुणवत्ता
22 फरवरी से ही दिल्ली में हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है। इस वजह से अब ग्रेप-एक के प्रविधानों को भी हटाने का फैसला किया गया। इसलिए अब दिल्ली और एनसीआर से ग्रेप के सभी प्रतिबंध पूरी तरह से हट गए हैं। साथ ही आयोग ने कहा कि हवा की गुणवत्ता खराब न होने पाए इसके लिए एनसीआर की संबंधित सभी एजेंसियां प्रयास जारी रखें।
कितना रहा दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का एयर इंडेक्स 159 दर्ज किया जो मध्यम श्रेणी में है। गाजियाबाद का एयर इंडेक्स 122, गुरुग्राम का 157 व नोएडा का एयर इंडेक्स 157 रहा, जो मध्यम श्रेणी में है। वहीं फरीदाबाद व ग्रेटर नोएडा में एयर इंडेक्स 200 से अधिक होने के कारण हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। इन दोनों जगहों का एयर इंडेक्स 213 रहा।