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अंतिम सफर पर निकले Bishan Singh Bedi, श्रद्धांजलि देने पहुंचे कपिल अजहरुद्दीन समेत क्रिकेट जगत के तमाम दिग्गज

पूर्व भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी अपने अंतिम सफर पर निकल चुके हैं। दिल्ली के लोधी रोड शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके परिवार समेत क्रिकेट जगत के तमाम दिग्गज श्मशान घाट पर मौजूद रहे और उन्हें अंतिम विदाई व श्रद्धांजलि दी।

By Jagran NewsEdited By: Pooja TripathiUpdated: Tue, 24 Oct 2023 05:46 PM (IST)
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बिशन सिंह बेदी के अंतिम संस्कार में पहुंचे क्रिकेट जगत के दिग्गज।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पूर्व भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी अपने अंतिम सफर पर निकल चुके हैं। दिल्ली के लोधी रोड शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके परिवार समेत क्रिकेट जगत के तमाम दिग्गज श्मशान घाट पर मौजूद रहे और उन्हें अंतिम विदाई व श्रद्धांजलि दी।

अंतिम विदाई देने पहुंचे दिग्गज

उनके बेटे अंगद बेदी ने मुखाग्नि दी। उनके परिवार में पत्नी अंजू बेदी, बेटी अंकिता बेदी, पुत्र अंगद बेदी और पुत्रवधु नेहा धूपिया बेदी हैं।

इनमें पूर्व क्रिकेटर मदनलाल, पद्मश्री जितेंद्र सिंह, पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद, कपिल देव, वीरेंद्र सहवाग, डीडीसीए अध्यक्ष रोहन जेटली, अजय जडेजा, जहीर खान, चेतन शर्मा, आशीष नेहरा, पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच गुरचरण सिंह, मनिंदर सिंह, मोहम्मद अजहरुद्दीन, डीडीसीए के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा, बेदी के दोस्त समीर बहादुर, सांसद रमेश बिधूड़ी, पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सीके खन्ना, कपिल देव की पत्नी रोमी भाटिया, पूर्व क्रिकेटर सबा करीम, सुरेंद्र खन्ना, मुरली कार्तिक भी शामिल रहे।

लंबी बीमारी के बाद हुआ निधन

बिशन सिंह बेदी ने लंबी बीमारी के बाद सोमवार को 77 की उम्र में अंतिम सांस ली। उन्होंने 22 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की कप्तानी की थी। 1970 के दशक में अपनी घूमती गेंदों से उन्होंने धुरंधर बल्लेबाजों को भी घुमा दिया था।

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पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सीके खन्ना पहुंचे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी पहुंचे।

बिशन सिंह बेदी का करियर

12 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने कई मुकाबलों में भारत को अपनी उम्दा गेंदबाजी से जीत दिलाई थी।दिग्गज स्पिनर ने अपने टेस्ट करियर के दौरान कुल 266 विकेट झटके थे। उन्होंने भारत की ओर से कुल दस वनडे मैच भी खेले थे, जिसमें उन्होंने सात विकेट अपने नाम किए थे।

वर्ष 1974 से 1982 तक उन्होंने दिल्ली रणजी टीम की कप्तानी के दौरान कई यादगार जीत दिलाई थी। मंसूर अली खान पटौदी के बाद वर्ष 1975 से 1979 तक उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी भी की थी।

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