'सीएम केजरीवाल की जिद के चलते पटरी से उतरी राशन व्यवस्था, छीन लिया गरीबों का हक'
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी जिद के चलते दिल्ली की राशन व्यवस्था को पटरी से उतारकर गरीबों का बहुत अहित किया है।
By Amit MishraEdited By: Updated: Fri, 27 Jul 2018 10:31 PM (IST)
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। राशन वितरण में धांधली और यमुना सफाई के मुद्दे को लेकर भाजपा विधायक शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में राजनिवास पहुंचे। उन्होंने उपराज्यपाल से फर्जी राशन कार्ड रद करने और यमुना सफाई की योजनाओं को लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राशन वितरण व्यवस्था को उचित प्रकार से नहीं चला पाने तथा नए राशन कार्ड नहीं जारी करने के कारण गरीबों को भोजन नहीं मिल रहा है।
गरीबों का बहुत अहित कियामंडावली में भूख की वजह से तीन बच्चियों की मौत हो गई। भूख की वजह से किसी की मौत दुखद है। इसलिए दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करे कि अब किसी गरीब की मौत भूख के कारण न हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी जिद के चलते दिल्ली की राशन व्यवस्था को पटरी से उतारकर गरीबों का बहुत अहित किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चार लाख से अधिक राशन कार्डधारक राशन पाने के हकदार नहीं है। इनके राशन कार्ड निरस्त करने के बजाए गरीबों का हक छीनकर इन्हें दिया जा रहा है। इसलिए उपराज्यपाल दिल्ली सरकार को तुरंत फर्जी राशन कार्ड रद करने और जरूरतमंद लोगों को राशन देने का निर्देश दें।
यमुना को साफ करने पर काम नहीं किया गया
गुप्ता ने कहा कि साढ़े तीन वर्ष के शासनकाल में केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में डूबी रही और यमुना नदी को साफ करने की योजना पर काम नहीं किया गया। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने भी इसके लिए दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। एनजीटी को कहना पड़ा है कि अक्षम लोगों के भरोसे यमुना की सफाई जैसे महत्वपूर्ण कार्य को नहीं छोड़ा जा सकता।
एलजी को हस्तक्षेप करना चाहिएभाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार ने यमुना नदी साफ करने के लिए कोई नई योजना शुरू नहीं की है। पुरानी योजनाएं भी ठप कर दी गईं, जिस कारण यमुना पहले की तरह मैली है। इसलिए उपराज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। उपराज्यपाल से मिलने वालों भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान भी शामिल थे।
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