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मेवात के कांग्रेसी गढ़ में BJP की युवा नेत्री ने लगाई सेंध, 14 हजार मतों से विरोधियों को हराया; दिग्गजों के लिए चुनौती बनी नौक्षम चौधरी

कामा से नौक्षम चौधरी की जीत हरियाणा के मेवात क्षेत्र के दिग्गज नेताओं के लिए बड़ी चुनौती भी मानी जा रही है। इसका कारण है कि नौक्षम ने 2019 में हरियाणा के नूंह जिला की पुन्हाना विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि तब वह चुनाव हार गई थीं लेकिन राजस्थान के इस सीट से वह जीत हासिल की।

By Sonu SumanEdited By: Sonu SumanUpdated: Sun, 03 Dec 2023 05:07 PM (IST)
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कांग्रेस के गढ़ में बीजेपी की युवा नेत्री नौक्षम चौधरी ने मारी बाजी।
बिजेंद्र बंसल, नई दिल्ली। हरियाणा के मेवात क्षेत्र से लगते राजस्थान के कामा विधानसभा क्षेत्र से इस बार भाजपा की युवा नेत्री नौक्षम चौधरी चुनाव जीत गई हैं। नौक्षम ने मतगणना के 24 में से 23 राउंड की गिनती खत्म होने तक 77911 मत लेकर निर्दलीय मुखत्यार अहमद को 13663 मतों से हरा दिया है। राजस्थान सरकार में निवर्तमान शिक्षा राज्यमंत्री और  कांग्रेस की प्रत्याशी जाहिदा खान 57,530 मत लेकर तीसरे स्थान पर रही हैं। मुखत्यार अहमद को 64,248 मत मिले हैं। 

कामा से नौक्षम चौधरी की जीत हरियाणा के मेवात क्षेत्र के दिग्गज नेताओं के लिए बड़ी चुनौती भी मानी जा रही है। इसका कारण है कि नौक्षम ने 2019 में हरियाणा के नूंह जिला की पुन्हाना विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि तब वह चुनाव हार गई थीं, लेकिन पड़ोस में राजस्थान के कामा क्षेत्र से चुनाव जीतकर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि मुस्लिम समुदाय का युवा वर्ग भाजपा के प्रति आकर्षित हो रहा है। 

नूंह में भाजपा का कभी जनाधार नहीं रहा

अभी तक हरियाणा के मेवात क्षेत्र खासकर नूंह जिला में भाजपा को कोई आधार नहीं मिला है। हरियाणा से लगते राजस्थान के मेवात क्षेत्र में भी भाजपा का कभी कोई जनाधार नहीं रहा। कामा सीट पर 1998, 2003, 2008 और 2018 में हरियाणा में मेवात के दिग्गज नेता तैयब हुसैन का कब्जा रहा। तैयब हुसैन खुद 1998,2003 में राजस्थान के कामा क्षेत्र से चुनाव जीते और 2003 में वह राजस्थान के कृषि मंत्री रहे। 

मंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता को दी शिकस्त

26 वर्ष की उम्र में तैयब हुसैन संयुक्त पंजाब में सरदार प्रताप सिंह कैरों के मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे। इसके बाद तैयब हरियाणा में भी गृहमंत्री रहे। तैयब 1971 में गुड़गांव और 1980 में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रहे। उनकी बेटी जाहिदा खान कामा से 2008 और 2018 में चुनाव जीतीं तथा 2018 में वह गहलोत सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री हैं। इस तरह यह कहा जा सकता है कि युवा नौक्षम चौधरी मेवात क्षेत्र में भाजपा की चेहरा बनेंगी और भाजपा के विजय ध्वज को मेवात क्षेत्र में भी आगे लेकर जाएंगी।

नौक्षम चौधरी को है 10 भाषाओं का ज्ञान

26 वर्षीय नौक्षम चौधरी ने लंदन में उच्च शिक्षा प्राप्त की है। आइएएस मां और सेवानिवृत्त जज पिता की बेटी नौक्षम बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी भी कर चुकी हैं। वह 2019 में पुन्हाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं थीं। राजनीति में उनकी रुचि छात्र जीवन से ही है। दिल्ली के मिरांडा कालेज में छात्र संघ की नेता रहीं नौक्षम चौधरी के बारे में कहा जा रहा है कि वह राजस्थान में भाजपा की नई सरकार में मंत्री भी बन सकती हैं। नौक्षम हिन्दी, अंग्रेजी सहित 10 भाषाओं का ज्ञान रखती हैं।
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