Delhi: यूपी से भाजपा सांसद को कॉल कर मांगे 10 लाख, रुपये न देने पर बेटे को किडनैप करने की धमकी
भारतीय जनता पाटी के एक सांसद को उनके सरकारी फोन नंबर पर कॉल कर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। पैसे नहीं देने पर सांसद और उनके बेटे का अपहरण कर हत्या करने की धमकी दी गई है। शुरुआती जांच में किसी बड़े गिरोह की भूमिका सामने नहीं आई है। सभी पहलूओं को ध्यान में रख कर जांच की जा रही है।
By Dhananjai MishraEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Wed, 09 Aug 2023 09:29 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारतीय जनता पाटी के एक सांसद को उनके सरकारी फोन नंबर पर कॉल कर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में मंगलवार को नई दिल्ली जिले के नार्थ एवेन्यू थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
सांसद और बेटे के अपहरण की धमकी
पैसे नहीं देने पर सांसद और उनके बेटे का अपहरण कर हत्या करने की धमकी दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वारदात को सुलझाने के लिए जिला पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की टीम भी लगाई गई है। पुलिस ने मोबाइल फोन की लोकेशन का पता लगा लिया है।
यूपी के भदोही से रमेश चंद हैं सांसद
साथ ही फोन नंबर से सांसद को काल किया गया था उसका पता भी लगाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि डॉ. रमेश चंद बिंद उत्तर प्रदेश के भदोही लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस संबंधी स्थायी समिति के सदस्य भी हैं। वर्तमान में संसद सत्र में भाग लेने के लिए दिल्ली आए हैं। दर्ज की गई एफआईआर में बताया गया है कि मंगलवार रात को आवास पर थे।कॉल करके मांगे 10 लाख रुपये
इस दौरान उनके सरकारी मोबाइल नंबर पर अज्ञात नंबर से कॉल आया। पहली कॉल करीब एक मिनट 16 सेकेंड की थी, जिसमें फोन करने वाले ने उन्हें अपहरण की धमकी दी। साथ ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इसके बाद सांसद ने फोन काट दिया। धमकी देने वाले ने दोबारा फोन किया, लेकिन सांसद ने फोन नहीं उठाया फिर कुछ समय बाद फिर से सांसद के मोबाइल पर फोन आया और करीब तीन मिनट तक बात हुई।
इसमें फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि पैसे नहीं दिए तो उन्हें और उनके बेटे का अपहरण कर हत्या कर दिया जाएगा। इसके बाद सांसद ने पुलिस को मामले की शिकायत की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में किसी बड़े गिरोह की भूमिका सामने नहीं आई है। सभी पहलूओं को ध्यान में रख कर जांच की जा रही है कुछ अहम सुराग हाथ लगा है, जल्द मामले को सुलझा लिया जाएगा।