Delhi: 'स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं बच्चे...', दो बच्चों से कुकर्म की घटना पर भाजपा ने AAP को घेरा
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की स्थिति गंभीर है। विधानसभा में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता है। दिल्ली में शिक्षा की स्थिति खराब है। दिल्ली देहात और अनधिकृत कॉलोनियों में क्षमता से ज्यादा बच्चों को एक कमरे में बैठाया जाता है। अलग अलग पाली में स्कूल चलाए जा रहे हैं। दिल्ली के स्कूलों से आ रही घटनाएं चिंता की बात हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendraa Sachdeva) ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जेल में बंद पूर्व उपमुखमंत्री मनीष सिसोदिया और शिक्षा मंत्री आतिशी दिल्ली के शिक्षा को लेकर बड़े बड़े दावे करते रहे हैं। सरकार और आम आदमी पार्टी के दावों की सच्चाई सामने आ रही है।
पिछले 15 दिनों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की घटनाओं से बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं। पहले इंद्रपुरी में और उसके बाद द्वारका के स्कूल में बच्चे मीड-डे मील खाने से बीमार हो गए।
स्कूलों की घटनाएं चिंता की बात- भाजपा
रोहिणी के सेक्टर 11 में सरकारी स्कूल में दो बच्चों के साथ बड़े बच्चे कुकर्म करते हैं, लेकिन सरकार इस मामले को दबाने में लगी रही। सरकार और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एफआइआर दर्ज होने के बाद भी चुप हैं। बच्चे स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं।
नांगलोई में आप की पार्षद हेमलता के पति राजेंद्र लाडला ने नगर निगम के इंस्पेक्टर से पांच लाख रुपये प्रति माह की मांग की। नहीं देने पर उनका अपहरण कर लिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपित फरार है। यह आम आदमी पार्टी का चरित्र है।
74 स्कूलों में नहीं हैं प्रिंसिपल- रामवीर सिंह बिधूड़ी
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की स्थिति गंभीर है। विधानसभा में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता है। दिल्ली में शिक्षा की स्थिति खराब है। दिल्ली देहात और अनधिकृत कॉलोनियों में क्षमता से ज्यादा बच्चों को एक कमरे में बैठाया जाता है।
अलग अलग पाली में स्कूल चलाए जा रहे हैं। अभी भी 74 स्कूलों में प्रिंसिपल नहीं हैं। 60 प्रतिशत स्कूलों में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई नहीं होती है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। भाजपा शिक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगती है।