राकेश टिकैत बोले, केंद्र सरकार आमंत्रित करे तो किसान वार्ता को तैयार, साथ ही रख दी बड़ी शर्त
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait National Spokesperson of Bharatiya Kisan Union) ने अपने ताजा बयान में कहा है कि अगर केंद्र सरकार बातचीत के लिए आमंत्रित करती है तो किसान इसके लिए तैयार हैं लेकिन वार्ता वहीं से शुरू होगी जहां खत्म हुई थी।
By Jp YadavEdited By: Updated: Mon, 12 Apr 2021 10:54 AM (IST)
नई दिल्ली/सोनीपत, जागरण संवाददाता। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में जारी धरना प्रदर्शन के बीच एक राहत भरी खबर भी आ रही है। यह संभावना एक बार फिर प्रबल होती दिखाई दे रही हैकि संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध खत्म हो सकता है और बातचीत फिर शुरू हो सकती है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait, National Spokesperson of Bharatiya Kisan Union) ने अपने ताजा बयान में कहा है कि अगर केंद्र सरकार बातचीत के लिए आमंत्रित करती है तो किसान इसके लिए तैयार हैं, लेकिन वार्ता वहीं से शुरू होगी, जहां खत्म हुई थी।
नहीं होगा शर्तों में कोई बदलाव रविवार को भाकियू की तरफ से जारी बयान में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ बातचीत वहीं से शुरू होगी जहां 22 जनवरी को समाप्त हो गई थी। मांगें भी वही हैं कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए और एमएसपी के लिए कानून बनाया जाए।
ये भी पढ़ेंः DTC बसों में कोरोना के कारण यात्रियों की संख्या कम की गई, अब सिर्फ इतनी सीटों पर बैठ सकते हैं लोग कुलमिलाकर शर्तों में भी कोई बदलाव नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा का अड़ियल रवैया जारी है, ऐसे में शायद ही किसानों और केंद्र सरकार के बीच कोई पुल बातचीत का पुल तैयार हो पाए।
Lockdown in Delhi ! अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली में लॉकडाउन क्यों नहीं करना चाहती, जानिए ये चार कारण
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर राकेश टिकैत नाराज इससे पूर्व दिन में कुंडली बॉर्डर के आंतिल चौबीसी खाप की ओर से बुलाई गई बैठक में पहुंचे राकेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के उस बयान पर नाराजगी जताई थी कि किसान आंदोलन खत्म करें तो सरकार वार्ता के लिए तैयार है। राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संयुक्त किसान मोर्चा के सलाहकार नहीं हैं, जो सलाह दे रहे हैं। राकेश टिकैत ने फिर दिया भड़काऊ बयान, कहा- हरियाणा के सीएम के लिए बनाए गए हेलीपैड को खोद देंगे किसान मांगे माने जाने तक नहीं खत्म होगा किसान आंदोलन भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन किसी सूरत में खत्म नहीं होगा। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए बनाए गए हेलीपैड को किसान खोद देंगे और उसकी ईटों से धरनास्थल पर घर बनाएंगे।केजरीवाल का बड़ा सवाल, कहा- वैक्सीन आने के बाद क्यों तेजी से बढ़ रहा कोरोना, यहां समझें पूरा मामला इस अहम बैठक में संयुक्त मोर्चा के किसान नेता डॉ. दर्शनपाल, योगेंद्र यादव व बलबीर सिंह दल्लेवाल के अलावा खाप प्रमुख हवा सिंह आंतिल के नेतृत्व में खाप के अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया।Kisan Andolan: इस एक बड़ी वजह से भी आंदोलन से दूरी बना रहे यूपी, पंजाब और हरियाणा के किसान इसी साल जनवरी के अंतिम सप्ताह में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का नाम उनके आंसू बहाने के कारण पंजाब और हरियाणा के किसानों के साथ आंदोलन में मुखर तौर पर उभरा है। दरअसल, 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा ने माहौल पूरी तरह उनके खिलाफ कर दिया था।देश के चर्चित विशेषज्ञ डॉक्टर ने बताया- आखिर कैसे 3-4 हफ्ते में खत्म हो सकती है कोरोना की लहर इस दौरान 2-3 संगठनों ने अपने पैर भी वापस खींच लिए। इसके बाद 29 जनवरी की रात को गाजीपुर बॉर्डर के उनके एक भावुक वीडियो से ना सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बल्कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के किसानों में भी आंदोलन के लिए एक नई ऊर्जा देखने को मिली है।सामने आ रहा है किसान आंदोलन के फेल होने का सबसे बड़ा कारण, निकला विदेशी कनेक्शन इससे पहले नवंबर 2020 में जब किसान आंदोलन की शुरुआत हुई, तब राकेश टिकैत की भूमिका बहुत सीमित बताई जा रही थी। वह आंदोलन के केंद्र में भी नहीं थे। दरअसल, 29 जनवरी की रात को नाटकीय घटनाक्रम के बाद 52 वर्षीय राकेश टिकैत ने घोषणा की कि देश का किसान सीने पर गोली खाएगा, पर पीछे नहीं हटेगा।दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट के बीच चलेगी मेट्रो ट्रेन ! ग्रेटर नोएडा से सिर्फ 25 मिनट में पहुंचेंगे यात्री; पढ़िये- पूरा प्लान उन्होंने यह धमकी भी दी थी कि तीनों कृषि कानून अगर वापस नहीं लिए गए, तो वे आत्महत्या करेंगे, लेकिन धरना-स्थल खाली नहीं करेंगे। इस दौरान वह रो पड़े, इसके बाद उन्हें किसान को समर्थन मिला। अब आलम यह है कि राकेश टिकैत किसान आंदोलन के केंद्र में हैं। वह तकरीबन रोजाना 2-3 किसान महापंचायत और रैली को संबोधित कर रहे हैं।इसे भी पढ़ेंः दिल्ली में कोरोना के मरीजों को सरकार ने दी बड़ी राहत, 14 निजी अस्पताल कोविड हॉस्पिटल घोषित; देखें लिस्ट
Tablighi Jamaat: रमजान में नमाजियों के लिए खुला रहेगा निजामुद्दीन मरकज, हाई कोर्ट में केंद्र ने दी जानकारी
इसे भी पढ़ेंः चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, कालकाजी मंदिर में ई-पास से भी हो सकेंगे मां के दर्शनDelhi Metro में यात्रियों का सफर आसान करने की तैयारी, आज से एक महीने तक चलेगा सर्वे; जानें- कैसे ले सकते हैं हिस्सा
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर राकेश टिकैत नाराज इससे पूर्व दिन में कुंडली बॉर्डर के आंतिल चौबीसी खाप की ओर से बुलाई गई बैठक में पहुंचे राकेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के उस बयान पर नाराजगी जताई थी कि किसान आंदोलन खत्म करें तो सरकार वार्ता के लिए तैयार है। राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संयुक्त किसान मोर्चा के सलाहकार नहीं हैं, जो सलाह दे रहे हैं। राकेश टिकैत ने फिर दिया भड़काऊ बयान, कहा- हरियाणा के सीएम के लिए बनाए गए हेलीपैड को खोद देंगे किसान मांगे माने जाने तक नहीं खत्म होगा किसान आंदोलन भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन किसी सूरत में खत्म नहीं होगा। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए बनाए गए हेलीपैड को किसान खोद देंगे और उसकी ईटों से धरनास्थल पर घर बनाएंगे।केजरीवाल का बड़ा सवाल, कहा- वैक्सीन आने के बाद क्यों तेजी से बढ़ रहा कोरोना, यहां समझें पूरा मामला इस अहम बैठक में संयुक्त मोर्चा के किसान नेता डॉ. दर्शनपाल, योगेंद्र यादव व बलबीर सिंह दल्लेवाल के अलावा खाप प्रमुख हवा सिंह आंतिल के नेतृत्व में खाप के अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया।Kisan Andolan: इस एक बड़ी वजह से भी आंदोलन से दूरी बना रहे यूपी, पंजाब और हरियाणा के किसान इसी साल जनवरी के अंतिम सप्ताह में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का नाम उनके आंसू बहाने के कारण पंजाब और हरियाणा के किसानों के साथ आंदोलन में मुखर तौर पर उभरा है। दरअसल, 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा ने माहौल पूरी तरह उनके खिलाफ कर दिया था।देश के चर्चित विशेषज्ञ डॉक्टर ने बताया- आखिर कैसे 3-4 हफ्ते में खत्म हो सकती है कोरोना की लहर इस दौरान 2-3 संगठनों ने अपने पैर भी वापस खींच लिए। इसके बाद 29 जनवरी की रात को गाजीपुर बॉर्डर के उनके एक भावुक वीडियो से ना सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बल्कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के किसानों में भी आंदोलन के लिए एक नई ऊर्जा देखने को मिली है।सामने आ रहा है किसान आंदोलन के फेल होने का सबसे बड़ा कारण, निकला विदेशी कनेक्शन इससे पहले नवंबर 2020 में जब किसान आंदोलन की शुरुआत हुई, तब राकेश टिकैत की भूमिका बहुत सीमित बताई जा रही थी। वह आंदोलन के केंद्र में भी नहीं थे। दरअसल, 29 जनवरी की रात को नाटकीय घटनाक्रम के बाद 52 वर्षीय राकेश टिकैत ने घोषणा की कि देश का किसान सीने पर गोली खाएगा, पर पीछे नहीं हटेगा।दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट के बीच चलेगी मेट्रो ट्रेन ! ग्रेटर नोएडा से सिर्फ 25 मिनट में पहुंचेंगे यात्री; पढ़िये- पूरा प्लान उन्होंने यह धमकी भी दी थी कि तीनों कृषि कानून अगर वापस नहीं लिए गए, तो वे आत्महत्या करेंगे, लेकिन धरना-स्थल खाली नहीं करेंगे। इस दौरान वह रो पड़े, इसके बाद उन्हें किसान को समर्थन मिला। अब आलम यह है कि राकेश टिकैत किसान आंदोलन के केंद्र में हैं। वह तकरीबन रोजाना 2-3 किसान महापंचायत और रैली को संबोधित कर रहे हैं।इसे भी पढ़ेंः दिल्ली में कोरोना के मरीजों को सरकार ने दी बड़ी राहत, 14 निजी अस्पताल कोविड हॉस्पिटल घोषित; देखें लिस्ट
Tablighi Jamaat: रमजान में नमाजियों के लिए खुला रहेगा निजामुद्दीन मरकज, हाई कोर्ट में केंद्र ने दी जानकारी
इसे भी पढ़ेंः चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, कालकाजी मंदिर में ई-पास से भी हो सकेंगे मां के दर्शनDelhi Metro में यात्रियों का सफर आसान करने की तैयारी, आज से एक महीने तक चलेगा सर्वे; जानें- कैसे ले सकते हैं हिस्सा