Bomb Blast: दिल्ली पुलिस की अजीब उलझन, घटनास्थल पर सुबूतों को बारिश-धूप से बचाने की कवायद जारी
Delhi Bomb Blast Update जांच एजेंसियां दूतावास के चारों तरफ की सड़कों व अन्य दूतावासों व आसपास के बंगले के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की भी गहनता से जांच कर सुराग ढूंढने में जुटी हुई हैं। सभी एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इजरायली दूतावास के पास हुए बम धमाके के सुराग ढूंढना सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। ऐसे में घटनास्थल पर सुबूतों को बारिश और धूप से बचाने की भी कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए यहां पर सफेद टेंट लगाकर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। उधर रविवार को दूतावास के सामने वाली सड़क को भी आम लोगों के लिए खोल दिया गया। धमाके के बाद से डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर दो तरफ से बैरीकेड लगाकर बंद कर दिया गया था।
घटना के बाद से आइबी सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियां फोरेंसिक टीम के साथ धमाके वाले स्थान पर पहुंचकर नमूने उठाकर जांच में जुटी हुई है। इजरायली दूतावास की सुरक्षा भी बेहद कड़ी कर दी गई है। सूत्रों की मानें तो जांच में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद से स्पेशल सेल मदद ले रही है। जांच एजेंसियां दूतावास के चारों तरफ की सड़कों व अन्य दूतावासों व आसपास के बंगले के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की भी गहनता से जांच कर सुराग ढूंढने में जुटी हुई हैं।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रारंभिक जांच से पता चला है कि घटना से कुछ देर पहले एप आधारित किसी टैक्सी से दो दहशतगर्द वहां आए थे। उनमें एक ने गुलाबी रंग के दुपट्टे में बम रख दिया था। फुटपाथ पर बम रखने के बाद दोनों उसी टैक्सी में सवार होकर मौके से फरार हो गए थे। गृह मंत्रालय व पुलिस आयुक्त लगातार इस मामले पर नजर रखे हुए हैं। जांच में हुई प्रगति की वे पल पल की खबर ले रहे हैं।
उधर इंटरनेट मीडिया पर धमाके की जिम्मेदारी लेने वाले जैश-उल-हिंद नाम के संगठन को लेकर जांच एजेसियों ने अभी कुछ भी बताने से इन्कार किया है। यह संगठन ईरान का है अथवा किसी अन्य देश का, इस बारे में पता नहीं चल पाया है। स्पेशल सेल का कहना है कि इंटरनेट मीडिया पर भी इस संगठन के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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