Move to Jagran APP

Delhi Budget 2024: कई मायनों में अलग होने वाला है इस बार का सत्र, पहली बार 8 दिन बीतने के बाद भी पेश नहीं हुआ बजट

यह पहली बार है कि बजट सत्र शुरू होने के आठ दिन बाद अभी बजट पेश नहीं किया गया है जबकि पिछले सालों में सत्र शुरू होने के तीसरे दिन बजट पेश कर दिया जाता था। पिछले दस सालों की बात करें तो सत्र पांच से सात दिन में संपन्न हो जाता था। काेरोना काल में 2020 में एक ही दिन का बजट सत्र रहा है।

By V K Shukla Edited By: Sonu SumanUpdated: Fri, 23 Feb 2024 08:08 PM (IST)
Hero Image
कई मायनों में अलग होने वाला है इस बार का दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र।

वी के शुक्ला, नई दिल्ली। पिछले सालों की तुलना में इस बार दिल्ली का बजट सत्र कुछ अलग है। यह बजट सत्र कई मामलों में एक नया रिकार्ड बनाने जा रहा है। यह अभी तक का सबसे अधिक समय अवधि वाला बजट सत्र हो सकता है। दूसरा यह सत्र बजट पेश किए जाने के मामले में भी पिछले सत्रों के मामलाें में भी अलग रहेगा।

यह पहली बार है कि बजट सत्र शुरू होने के आठ दिन बाद अभी बजट पेश नहीं किया गया है, जबकि पिछले सालों में सत्र शुरू होने के तीसरे दिन बजट पेश कर दिया जाता था। पिछले दस सालों की बात करें तो सत्र पांच से सात दिन में संपन्न हो जाता था। काेरोना काल में 2020 में एक ही दिन का बजट सत्र रहा है।

ये भी पढ़ेंः दिल्ली में स्कूल की लाइब्रेरी में शिक्षक ने की आत्महत्या, 3 पेज के सुसाइड नोट में बताया कारण

इस बार 16 फरवरी को शुरू होने के बाद अभी बजट सत्र पेश नहीं हुआ है। आउटकम बजट और आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी अभी तक सदन में प्रस्तुत की जानी है। जानकारों की मानें तो बजट 26 फरवरी के बाद पेश किया जा सकता था। यह मार्च में भी पेश हो सकता है। सत्र दो मार्च से भी काफी आगे जा सकता है।

2015 में दो दिन का था बजट सत्र

2015 में आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत से दिल्ली की सरकार में आई थी। उस साल मई में दो दिन का बजट सत्र हुआ था। 70 में से 67 सीटें जीत कर जनता के लिए काम करने के लिए पूरे जोश में उतरी सरकार मई में बजट लेकर आई थी। दो दिन तक सत्र चला था। उस समय भाजपा के केवल तीन विधायक थे, मगर सदन में वे अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पर्याप्त थे।

दिल्ली सरकार भी फरवरी में लाई बजट

बहरहाल, अगर हम समय अवधि की चर्चा करें तो सबसे लंबी समय अवधि वाला सत्र 2018 में रहा था, जो नौ दिन तक चला था। पहले सत्र पांच दिन का निर्धारित था, मगर बाद में उस समय के मुद्दों पर चर्चा के आधार पर बजट सत्र धीरे धीरे चार दिन और बढ़ गया था। इसी तरह 2017 में बजट सत्र आठ दिन तक चला था। 2019 में बजट सत्र सात दिन तक चला था। इस साल फरवरी में बजट पेश किया था। दरअसल 2019 में लोकसभा चुनाव के चलते केंद्र सरकार अपना अंतरिम बजट फरवरी में ही ले आई थी। इसके बाद दिल्ली की आप सरकार भी अपना बजट फरवरी में ले आई थी।

वर्ष माह कुल दिन
2024 15 फरवरी से जारी -
2023 17 मार्च से 29 मार्च  8 दिन
2022 23 मार्च से 25 मार्च तीन दिन
2021 आठ मार्च से 11 मार्च चार दिन
2020 23 मार्च (कोरोना काल) एक दिन
2019 22 फरवरी से 28 फरवरी सात दिन
2018 16 मार्च से 28 मार्च नौ दिन
2017 6 मार्च से 10 मार्च  पांच दिन
2016 28 मार्च से 31 मार्च चार दिन
2015 26 मई से 27 मई दो दिन

इसमें कोई दो राय नहीं है, यह बजट सत्र समयावधि के मामले में एक रिकार्ड बनाने जा रहा है। विधानसभा सदस्यों को अपनी बात रखने का पूरा समय मिल पा रहा है। वे ठीक से और पूरी तरह से अपनी बात रख रहे हैं। जनता की समस्याओं पर ठीक से चर्चा हो रही है। आज ही 20 सदस्यों ने अपनी बात रखी है। - राम निवास गोयल, अध्यक्ष, दिल्ली विधानसभा

ये भी पढे़ं- Delhi Nursery Admission: 1 मार्च से शुरू होगी दिल्ली के स्कूलों में एडमिशन प्रक्रिया, तैयार रखें ये दस्तावेज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।