दिल्ली के सदर बाजार में फिर गरजेगा बुलडोजर? पुलिस की कार्रवाई का नहीं दिख रहा असर
Bulldozer action in Delhi दिल्ली स्थित सदर बाजार में रेहड़ी-पटरी वालों का अतिक्रमण फिर से शुरू हो गया है। इस कारण से खरीदारों और दुकानदारों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। दो से तीन लेन के अतिक्रमण के चलते यहां पर लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है। बीते दिन ही पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद यहां की तस्वीर बदली हुई थी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सदर बाजार थाने के इंस्पेक्टर व 11 पुलिस कर्मियों के लाइन हाजिर होने के बाद भी सदर बाजार क्षेत्र को रेहड़ी पटरी वालों के अतिक्रमण और अव्यवस्था से पूरी तरह से राहत नहीं मिली है। विशेषकर पुल मिठाई पर वर्षों से जमे रेहड़ी-पटरी वाले नासूर बने हुए हैं।
मामले के जानकारों के अनुसार सदर बाजार में अतिक्रमण की तरह ही पुल मिठाई से अतिक्रमण के चलते खरीदारों के साथ ही दुकानदारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
तीन थानों के बीच सीमा विवाद के कारण पुलिस झाड़ती है पल्ला
दिलचस्प यह कि इस पुल की सीमा थाना लाहौरी गेट, बाड़ा हिंदूराव व पुरानी सब्जी मंडी में आता है। जिसके कारण तीनों थाना सीमा विवाद में अतिक्रमण व अराजकता की स्थिति को एक-दूसरे के थाना सीमा में डालते हुए कार्रवाई से पल्ला झाड़ लेती है।इस रेलवे के पुल पर दो से तीन लेन में अतिक्रमण है, जिसके चलते बराबर जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में अपराधी दिनदहाड़े वारदात को भी अंजाम देने में सफल हो जाते हैं। यह पुल इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यह सदर बाजार को तीस हजारी मेट्रो स्टेशन जोड़ने का एक ही मार्ग है।
पुल मिठाई पर कुछ इस तरह का हो रखा है रेहड़ी पटरी वालों का अतिक्रमण। एमसीडी और दिल्ली पुलिस है इससे अंजन। जागरण
इसी तरह यह पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, आजाद मार्केट, सब्जी मंडी व बाड़ा हिंदूराव को भी जोड़ता है। इस पुल से डीटीसी की बसें गुजरती है। जो जाम से जूझते हुए आगे बढ़ती है। दैनिक जागरण की पड़ताल में भी अतिक्रमण से लोगों की परेशानियां सामने आई।
स्थिति यह कि दोनों ओर के फुटपाथ के साथ सड़क का बड़ा हिस्सा पटरी वालों की जद में है। स्थाई दुकान जैसी स्थिति बना ली गई है। जहां सूखे मेवे व मसालों की बिक्री हो रही है। सदर बाजार के प्रमुख कारोबारी नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुल मिठाई पर 50 से अधिक स्थाई दुकानें लग रही है। साथ ही उसपर परिवारों के साथ रहते भी है, लेकिन उसपर कार्रवाई नहीं हो रही है।
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