एकजुट हुए देशभर के नौकरशाह, अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी को बताया निंदनीय
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस एसोसिएशन एवं फेडरेशन ऑफ रेलवे ऑफिसर्स एसोसिएशन ने भी अंशु प्रकाश का समर्थन करते हुए घटना की निंदा की है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों के नौकरशाह एकजुट होते जा रहे हैं। बुधवार को भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) एसोसिएशन ने अंशु प्रकाश का समर्थन किया। इसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, नागालैंड, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश सहित अन्य राज्यों की आइएएस एसोसिएशन ने अंशु प्रकाश के समर्थन का एलान कर दिया।
मारपीट की घटना पर हैरानी
इतना ही नहीं इंडियन फॉरेस्ट सर्विस एसोसिएशन एवं फेडरेशन ऑफ रेलवे ऑफिसर्स एसोसिएशन ने भी अंशु प्रकाश का समर्थन करते हुए घटना की निंदा की है। समर्थन पत्र में सभी ने एक स्वर में मारपीट की घटना पर हैरानी जाहिर की है। साथ ही लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसी घटनाएं स्वीकार न किए जाने की बात कही है।
विधायकों के खिलाफ हो ठोस कार्रवाई
अधिकारियों ने स्वाभिमान के साथ कार्य करने की आजादी का समर्थन किया है। दिल्ली सरकार में लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव रहे व वर्तमान में पुडुचेरी के मुख्य सचिव अश्वनी कुमार ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के आवास पर इस तरह की घटना होना निदंनीय है। हमले में शामिल विधायकों के खिलाफ ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।
एलजी ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
इस बीच दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट मामले पर एक रिपोर्ट उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गृह मंत्रालय को सौंप दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि उन्हें दिल्ली के उपराज्यपाल से एक रिपोर्ट मिली है। इस पर विचार चल रहा है। दिल्ली पुलिस इस मामले के आपराधिक पहलू को देख रही है, जबकि गृह मंत्रालय इस रिपोर्ट के प्रशासनिक मुद्दों को देख रहा है।
सभी पहलुओं के साथ न्याय
मंत्रालय दिल्ली सरकार के राजनीतिक अधिकारियों और नौकरशाहों के आपसी संबंधों पर भी गौर कर रहा है। इस मामले के कई पहलुओं पर दिल्ली पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि संबंधित सभी पहलुओं के साथ न्याय किया जाएगा।
न्यायिक हिरासत में 'आप' विधायक
यह भी बता दें कि दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी के मामले में अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार बड़ी मुश्किल में फंस गई है। दिल्ली की स्थानीय अदालत ने मामले में दोनों आरोपी 'आप' विधायकों को गुरुवार तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
ये है मामला
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान और एक अन्य विधायक ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने उनके सरकारी आवास में उनसे मारपीट की थी।
कई बार किया गया फोन
एफआईआर के मुताबिक, मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन ने मुख्य सचिव को सोमवार की रात पौने नौ बजे फोन पर कहा कि सरकार के तीन साल पूरा होने पर कुछ टीवी विज्ञापनों के प्रसारण में हो रही देरी पर बातचीत होगी। इसके लिए रात 12 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचना है। वहां सीएम व उप मुख्यमंत्री उनसे विचार-विमर्श करेंगे। जैन ने रात नौ बजे और फिर घंटे भर बाद भी फोन किया। रात 11.20 बजे जैन ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश फिर फोन किया था।
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