दिल्ली के अलावा NCR क्षेत्रों में भी नहीं दिखेंगी ये बसें, एक जुलाई तक हरियाणा-यूपी और राजस्थान को करना है बदलाव
इस वर्ष की सर्दियां भले काफी प्रदूषित रही हों लेकिन वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की कोशिश है कि अगली सर्दियां इससे साफ हों। इस दिशा में सख्त कदम उठाने की शुरूआत भी कर दी गई है। सबसे महत्वपूर्ण कदम है स्वच्छ ईंधन पर सार्वजनिक परिवहन। दिल्ली में सभी बसें सीएनजी से चल ही रही हैं एक जुलाई से एनसीआर के जिलों की बसें भी स्वच्छ ईंधन पर ही दौड़ेंगी।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। Delhi Pollution: इस वर्ष की सर्दियां भले काफी प्रदूषित रही हों, लेकिन वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की कोशिश है कि अगली सर्दियां इससे साफ हों। इस दिशा में सख्त कदम उठाने की शुरूआत भी कर दी गई है। सबसे महत्वपूर्ण कदम है स्वच्छ ईंधन पर सार्वजनिक परिवहन।
दिल्ली में सभी बसें सीएनजी (CNG) से चल ही रही हैं, एक जुलाई से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों की बसें भी स्वच्छ ईंधन (Clean Fuel) पर ही दौड़ेंगी। सीएक्यूएम की ओर से सभी संबंधित राज्य सरकारों को इस संदर्भ में लिखित निर्देश भी भेजे जा चुके हैं।
हरियाणा में कैसी बसें चल रही
सीएक्यूएम (CAQM) से मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा के सभी शहरों से आपस में कनेक्टिविटी देने वाली बसें और दिल्ली आने वाली बसें एक नवंबर 2023 से ही साफ ईंधन पर कर दी गई हैं। यहां सिर्फ इलेक्ट्रिक, सीएनजी (CNG) और बीएस-6 डीजल बसें चल सकती हैं।राजस्थान-यूपी की योजना
एक जनवरी 2024 से राजस्थान के गैर एनसीआर इलाकों से दिल्ली में आने वाली सभी बसें भी इलेक्ट्रिक (Electric Bus), सीएनजी अथवा बीएस-6 डीजल (BS 6 Diesel) की कर दी गई हैं।
उत्तर प्रदेश के आठ एनसीआर जिलों में राज्य परिवहन की 874 बसें चल रही हैं। एक जनवरी तक इनमें से कम से कम 250 बसें बीएस-6 डीजल की होने की बात थी। बाकी की बसें भी एक अप्रैल 2024 तक बीएस-6 डीजल की होंगी। इसके अलावा राज्य सरकार की 1433 बसें गैर एनसीआर इलाकों से दिल्ली और एनसीआर के दूसरे राज्यों में चल रही हैं।
तीनों राज्यों से आएंगे साफ ईंधन वाली बसें
यह बसें एक जुलाई 2024 तक बीएस-6 डीजल को अपना लेंगी। यानी एक जुलाई 2024 से हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश से दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में आने वाली सभी बसें या तो इलेक्ट्रिक, सीएनजी अथवा बीएस-6 डीजल की होंगी। सीएक्यूएम का मानना है कि इससे सार्वजनिक परिवहन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण में व्यापक कमी आएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।