फ्रांस के नागरिक से कैब चालक ने वसूला पांच गुना किराया, आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर एक फ्रांसीसी पर्यटक से कैब ड्राइवर ने पांच गुना ज्यादा किराया वसूला। इस दौरान डेविड ने कैब चालक को 100 रुपये टिप भी दी थी। इसकी शिकायत पुलिस से की गई है जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपी कैब ड्राइवर को राजस्थान के झुंझनूं से गिरफ्तार कर लिया। जब कैब मालिक से इस बारे में पूछा गया तो उसने रिसिप्ट को तुरंत डिलीट कर दिया।
सोनू राणा, पश्चिमी दिल्ली। एक तरफ सरकार विदेशी नागरिकों को भारत आने का निमंत्रण दे रही है और दूसरी और कैब चालक इन विदेशी मेहमानों का एयरपोर्ट पर उतरने के बाद ही अपमान करने से कतरा नहीं रहे हैं। उनसे चार से पांच गुना किराया वसूलकर ठगते हैं। जाहिर सी बात है कि इससे दूसरे देशों में अच्छा संदेश तो नहीं जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां पर फ्रांस से आए एक युवक को पहले जबरदस्ती कैब में बैठाया। फिर उससे पांच गुना किराया वसूला। आईटी कंपनी में बतौर मैनेजर काम करने वाले सीआर पार्क के जयंत मंडल ने इसको लेकर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
10 अगस्त को भारत आए थे डेविड टिबर्गे
जयंत मंडल ने बताया कि दस अगस्त की रात को उनके डेविड टिबर्गे नामक दोस्त फ्रांस से भारत आए थे।उ न्होंने डेविड को कहा था कि वह एयरपोर्ट पहुंचते ही भारत की सिम कार्ड खरीद लें और उबर से कैब बुक कर लें। उन्होंने वहीं से अंतरराष्ट्रीय रोमिंग का रिचार्ज करवा लिया था।इसलिए उन्होंने यहां पर सिम कार्ड नहीं खरीदा। रात करीब डेढ़ बजे जब वह आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल तीन के बाहर पहुंचे तो वहां पर जब वह उबर के काउंटर के पास जाने लगे तो उसे एक कथित कैब एजेंसी के कर्मी ने उन्हें गुमराह किया व उनसे कैब बुक करवाने को कहा।
कैब चालक ने 2500 रुपये वसूले
काफी जोर देने के बाद उन्होंने विदेशी मेहमान को उनकी कैब से सफर करने को मना लिया। इस दौरान उन्होंने डेविड से 2500 रुपये ले लिए। जब टैक्सी सीआर पार्क पहुंची तो जयंत ने उनसे पूछा कि कैब के कितने रुपये लिए। डेविड ने जब बताया कि उनसे एयरपोर्ट पर ही 2500 रुपये ले लिए गए हैं तो उन्होंने चालक के मोबाइल से कॉन्फ्रेंस कॉल कर मालिक से बात की।उन्होंने जब कैब मालिक से ढाई हजार रुपये किराया लेने की रिसिप्ट मांगी तो कैब मालिक ने उन्हें कारजोरेंट टैक्सी सर्विस की रिसिप्ट उन्हें भेज दी।जयंत को इस कंपनी पर शक हुआ तो उन्होंने इसका जीएसटीएन नंबर चेक किया।यह जीएसटीएन नंबर न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत था, जोकि इसरो का हिस्सा है।
जब कैब मालिक से इस बारे में पूछा गया तो उसने उस रिसिप्ट को तुरंत डिलीट कर दिया। हालांकि जयंत ने उसे पहले ही डाउनलोड कर लिया था। बाद में जब कैब मालिक से काफी बहस की तो उसने कैब चालक के माध्यम से 700 रुपये वापस किए। जयंत ने बताया कि डेविड ने कैब चालक को 100 रुपये टिप भी दी थी।
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