Delhi: केजरीवाल की भारतीय नोट पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो छापने की मांग को CAIT ने बताया सनातन धर्म का अपमान
Delhi दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भारतीय नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो लगाने की मांग को कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने धर्म विरुद्ध बताया है। कैट ने कहा कि भारत में नोटों को बहुत गलत तरीके से प्रयोग में लाया जाता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की भारतीय नोटों (Indian Currency) पर लक्ष्मी-गणेश (Laxhmi-Ganesh Picture) की फोटो लगाने की मांग को कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने धर्म विरुद्ध बताया है। उसके मुताबिक भारत मे नोटों को बहुत गलत तरीके से प्रयोग में लाया जाता है और ऐसे में उसपर मां लक्ष्मी और गणेश की फोटो लगाकर हम सनातन धर्म के प्रथम पूजनीय भगवानों का निरादर करेंगे।
कैट ने केजरीवाल पर लगाया बेतुके बयानबाजी का आरोप
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की भारतीय नोटों पर हिन्दू देवी देवताओं की फोटो लगाना सरासर गलत है। दोनों व्यापारी नेताओं ने आगे कहा कि केजरीवाल अपने बेतुके बयानबाजी के लिए पहले से जाने जाते हैं। उनका यह अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधने की कोशिश है, पर इसके साथ ही उन्होंने इस बार सारी मर्यादा लांघ दी है जो कि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गलत तरीके से नोटों का होता है इस्तेमाल
खंडेलवाल ने कहा कि करेंसी नोटों को लोग किसी भी तरह से इस्तेमाल करते हैं, लोग नोटों को अपनी जेबो में रखते हैं। गंदे हाथो से छूते हैं, यहां तक कि कुछ लोग नोटों को गिनते समय थूक का भी प्रयोग करते हैं। ऐसे में हमारे परम पूजनीय देवी देवताओं की नोटों पर लगाकर हम न केवल उनका अपमान करेंगे, बल्कि सनातन धर्म को भी अपमानित करेंगे। इसलिए ये जरूरी है कि इस तरह के किसी भी अपील या सुझाव को कोई अहमियत न दी जाए।
इंडोनेशिया में करेंसी पर हिंदू देवता की तस्वीर लगाने की निंदा की
भरतिया और खंडेलवाल ने आगे कहा कि इंडोनेशिया ने अपने 20 हजार रुपये के नोट पर भगवान गणेश की फोटो लगाई है वो भी गलत और हम उसकी भी निंदा करते हैं। ये जिम्मेदारी हमारी है कि हम ये संदेश पूरे विश्व को दे कि हमरे देवी-देवता पूजनीय है और उनका इस तरीके से अपमान करना जायज नहीं है।
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