CBSE Board: किसी को आसान लगी बायोलॉजी की परीक्षा तो कुछ छात्रों के छूटे पसीने, NCERT की किताबों से मिली मदद
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बृहस्पतिवार को 12वीं की जीव विज्ञान की परीक्षा आयोजित की। परीक्षा सुबह साढ़े बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक चली। परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बृहस्पतिवार को 12वीं की जीव विज्ञान की परीक्षा आयोजित की। परीक्षा सुबह साढ़े बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक चली। परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे। छात्रों को प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय दिया गया था। परीक्षा केंद्रों से परीक्षा देकर निकले छात्रों में से कोई खुश तो कोई परेशान नजर आ रहा था। कुछ छात्रों को पेपर बहुत आसान लगा। वहीं, कुछ छात्रों ने पेपर को मध्यम कठिनाई स्तर का बताया।
संतुलित था पेपर- शिक्षिका
करोल बाग स्थित एक निजी स्कूल की शिक्षिका ने कहा कि प्रश्न पत्र संतुलित था। इसमें एप्लिकेशन और मेमोरी-आधारित प्रश्नों का मिश्रण था। वहीं, कठिनाई का स्तर सीबीएसई के सैंपल पेपर के समान ही था। कुछ छात्रों को अभिकथन और कारण के प्रश्न कठिन लग रहे थे। सेक्शन बी, सी और डी मध्यम स्तर की कठिनाई के थे। जिन छात्रों ने एनसीईआरटी से अच्छे से पूरी तैयारी की हैं, उनके अच्छे अंक आएंगे।
वहीं, जामा मस्जिद स्थित एक सराकरी स्कूल के शिक्षक ने कहा कि पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्नों में छात्र अच्छे अंक ला सकते हैं। ये काफी हाई स्कोरिंग था। पेपर सीबीएसई के परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयार किया गया था। इसमें आसान से मध्यम कठिनाई वाले प्रश्न होते हैं। कुल मिलाकर, पेपर के लिए तकनीकी सोच की आवश्यकता थी।
जामा मस्जिद स्थित सरकारी स्कूल से पेपर देकर निकले छात्रों ने कहा कि साठ प्रतिशत प्रश्न सीधे थे। प्रश्न पत्र संतुलित था। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों से काफी मदद मिली है। पेपर भी समय पर खत्म हो गया था। केस आधारित प्रश्न और डायग्राम बनाने वाले प्रश्नों में भी अच्छे अंक आ सकते हैं। हालांकि, कुछ छात्रों को बहुविक्लपीय प्रश्न भी कठिन लगें। उनके मुताबिक ये प्रश्न थोड़े पेचीदा और वैचारिक थे। सबसे आसान छात्रों को खंड ई लगा।