UPSC रिजल्ट पर भ्रामक विज्ञापन देना शंकर IAS एकेडमी को पड़ा भारी, लगाया गया पांच लाख का जुर्माना
Shankar IAS Academy शंकर आईएएस एकेडमी को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के संबंध में भ्रामक विज्ञापन देने के कारण केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। सीसीपीए ने पाया कि अकादमी ने अपने विज्ञापन में गलत दावा किया था कि यूपीएससी 2022 में चयनित 933 उम्मीदवारों में से 336 शंकर अकादमी से थे।
एएनआई, नई दिल्ली। सिविल सेवा की कोचिंग कराने वाले शंकर आईएएस एकेडमी पर केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। अकादमी पर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के संबंध में भ्रामक विज्ञापन देने का आरोप है।
सीसीपीए के मुख्य आयुक्त निधि खरे और आयुक्त अनुपम मिश्रा ने यह आदेश पारित किया है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने रविवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह फैसला उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देने के लिए किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाले किसी भी सामान या सेवा का कोई गलत या भ्रामक विज्ञापन न हो।
अधिनियिम के तहत उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी सामान या सेवा के संबंध में कोई गलत या भ्रामक विज्ञापन न किया जाए।
मंत्रालय के अनुसार, शंकर IAS अकादमी ने अपने विज्ञापन में दावा किया था कि UPSC 2022 में चयनित 933 उम्मीदवारों में से 336 शंकर अकादमी से थे। टॉप-100 में से 40 उम्मीदवारों ने आईएएस शंकर एकेडमी में कोचिंग ली थी। तमिलनाडु से 42 उम्मीदवार पास हुए, जिनमें 37 इसी एकेडमी के थे। यह भारत का सर्वश्रेष्ठ आईएएस कोचिंग सेंटर है।