दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर अब किया ये काम तो कटेगा मोटा चालान, NHAI लगा रहा वीआईडीएस
हो जाइये सावधान क्योंकि दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर अब उल्टी दिशा में वाहन दौड़ाया तो चालान कटना तय है। एनएचएआई इस कारण से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए हाईवे पर वीआईडीएस लगा रहा है। यह कैमरों के नेटवर्क से लेस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है जोकि सॉफ्टवेयर पर आधारित बना होता है। इसके माध्यम से गाड़ियों के स्पीड पर नजर रखी जाएगी।
आशीष गुप्ता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर उल्टी दिशा में वाहन दौड़ाया तो चालान कटना तय होगा। यह हाईवे आबादी वाले क्षेत्रों के बीच से निकल रहा है, इस कारण उल्टी दिशा में वाहनों के चलने की आशंका को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) इस पर अंकुश लगाने के लिए कैमरों से लेस सिस्टम लगवा रहा है। ये सिस्टम ऐसे वाहनों को डिटेक्ट कर कंट्रोल रूम को अलर्ट भेज देगा। इससे समय रहते वाहन को रोक कर दुर्घटना को होने से रोका जा सकेगा।
उल्टी दिशा में दौड़ने वाले वाहनों की वजह से कई दुर्घटनाएं
पिछले कुछ महीनों में एनसीआर समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हाईवे पर उल्टी दिशा में दौड़ने वाले वाहनों की वजह से कई दुर्घटनाएं हुईं। उनमें लोगों की जान गई। इन हादसों से सबक लेते हुए दिल्ली-सहारनपुर हाईवे (Delhi Saharanpur Highway) पर वीआईडीएस (वीडियो इंसीडेंट डिटेक्शन सिस्टम) लगाने जा रहा है। यह कैमरों के नेटवर्क से लेस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम है, जोकि सॉफ्टवेयर पर आधारित काम करता है।
वाहनों को देखते ही लोकेशन के साथ करेगा अलर्ट जारी
यह उल्टी दिशा में वाहनों को देखते ही लोकेशन के साथ अलर्ट जारी कर देगा। इससे पेट्रोलिंग टीम उस वाहनों को कुछ दूरी पर पकड़ लेगी। कैमरों का फीड यातायात पुलिस को भी रहेगा, वह चालान काटेंगे। इसक अलावा किसी अन्य तरह की दुर्घटना होने पर भी यह सिस्टम सूचनाओं का आदान प्रदान करेगा।
अक्षरधाम मंदिर के पास से लोनी बॉर्डर (Loni Border) के बीच राष्ट्रीय राजधानी के 14.75 किलोमीटर के हिस्से में वीआईडीएस के 12 कैमरे लगेंगे। एनएचएआई के परियोजना अधिकारियों ने बताया कि कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है, जोकि एक सप्ताह के भीतर पूरा हो जाएगा।
स्पीड पर रहेगी नजर
रफ्तार भी सड़क दुर्घटना के पीछे बड़ी वजह होती है। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर वाहनों की स्पीड पर नजर रखने के लिए वीएसडीएस (व्हीकल स्पीड डिटेक्शन सिस्टम) लगाया जाएगा। यह भी कैमरा आधारित है। हाईवे पर निर्धारित स्पीड से ऊपर जाने वाहनों का चालान कटेगा। इसी तरह वाहनों का नंबर रिकार्ड करने के लिए एएनपीआर (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरे लगाए जाएंगे।
डीएमई के नीचे बनेगा कंट्रोल रूम
हाईवे पर हर वक्त कैमरों से निगरानी के लिए अक्षरधाम मंदिर के पास दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) के नीचे एनएचएआई के परियोजना कार्यालय में दिल्ली-सहारनपुर हाईवे का कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।