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तमाम विरोधों के बावजूद तोड़ा गया चांदनी चौक का हनुमान मंदिर

भारी फोर्स की मौजूदगी में मंदिर हटाने की यह कार्रवाई शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक चली। मंदिर तोड़े जाने से स्थानीय लोगों तथा हिंदू संगठनों में नाराजगी है। मामले की संवदेनशीलता को देखते हुए अभी भी चांदनी चौक में भारी पुलिसबल को तैनात रखा गया है।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Mon, 04 Jan 2021 01:49 PM (IST)
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भारी फोर्स की मौजूदगी में देर रात से रविवार सुबह तक चली कार्रवाई।
नई दिल्ली, नेमिष हेमंत। तमाम विरोधों के बावजूद चांदनी चौक का हनुमान मंदिर तोड़ दिया गया है। भारी फोर्स की मौजूदगी में मंदिर हटाने की यह कार्रवाई शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक चली। मंदिर तोड़े जाने से स्थानीय लोगों तथा हिंदू संगठनों में नाराजगी है। मामले की संवदेनशीलता को देखते हुए अभी भी चांदनी चौक में भारी पुलिसबल को तैनात रखा गया है। मुख्य मार्ग पर मोती बाजार के सामने स्थित तकरीबन 50 वर्ष पुराना यह मंदिर चांदनी चौक पुनर्विकास परियोजना में आड़े आ रहा था। इस मंदिर समेत चांदनी चौक में अन्य धार्मिक अतिक्रमणों को हटाने का आदेश हाईकोर्ट ने वर्ष 2016 में ही दिया था। इसके बाद से मंदिर को बचाने के लिए भी कई प्रयास हुए थे।

मामला सुप्रीम कोर्ट भी गया था। पिछले वर्ष 20 नवंबर को हाई कोर्ट ने मंदिर सेवा समिति द्वारा उसे मामले में पक्षकार बनाने की अपील खारिज कर दी थी। यहीं नहीं, पिछले 15 दिनों से भक्ताें द्वारा यहां नियमित तौर पर हनुमान चालीसा का भी पाठ किया जा रहा था। शनिवार रात्रि भी पाठ चल रहा था, जिसमें चंद श्रद्धालु थे। रात्रि 11 बजे अचानक दो कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स व दो कंपनी पुलिस जवानों के साथ जिला पुलिस पूरे चांदनी चौक में फैलने लगी।

स्थानीय लोगों के मुताबिक दरीबा, पराठे वाली गली, कटरा लहसवान, फव्वारा चौक, टाउन हाल, नई सड़क व फतेहपुरी मस्जिद समेत अन्य सभी रास्तों पर पुलिस ने आवाजाही रोक दी। लोगों ने विरोध जताने और मंदिर तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने किसी को गलियों और मुख्य मार्ग पर फटकने नहीं दिया। यह उठापटक पूरी रात चलती रही। आखिरकार भारी बारिश के बीच नगर निगम के दस्ते ने सुबह 6 बजे के करीब मंदिर तोड़ने का काम शुरू हुआ। जो तकरीबन दो घंटे तक चला। मंदिर को तोड़ने के बाद तत्काल ही उसका मलबा भी हटा दिया गया। यहीं नहीं, लगे हाथ शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) ने आनन-फानन में मंदिर की जगह को समतल कर सड़क भी बनवा दिया गया है। भगवान हनुमान समेत अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को टाउन हाल के नजदीक एक मंदिर में रखा गया है। सुबह जैसे ही लोगों को जानकारी मिली, रविवार चांदनी चौक बाजार बंद होने के बावजूद लोगों का जुटना शुरू हो गया। इसे लेकर लोगों में रोष के साथ पीड़ा देखी गई।

 भाजपा के लोगों ने तुड़वाया मंदिर: विधायक

चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी के विधायक प्रह्लाद सिंह साहनी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने ही मंदिर को तुड़वाया है। इसे लेकर उनके नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी भी की। उन्होंने कहा कि वे खुद नहीं चाहते थे कि मंदिर टूटे, लेकिन भाजपा समर्थक व्यापारी नेताओं ने इसे लेकर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसपर हटाने का आदेश आया था। उन्होंने कहा कि इसे लेकर सोमवार को वह लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सत्येंद्र जैन से भी मिलेंगे तथा मंदिर को सेंट्रल वर्ज या चांदनी चौक के किसी अन्य स्थान पर पुर्नस्थापित करने की मांग करेंगे।

दिल्ली सरकार के दबाव में मंदिर पर की गई कार्रवाई-महापौर

उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर तोड़ने के पीछे सीधा-सीधा हाथ दिल्ली सरकार का है जो एसआरडीसी के नाम पर चांदनी चौक में पुनर्विकास का कार्य कर रही है। हमने बोर्ड को कई बार पत्र लिखे की धार्मिक स्थलों से छेड़छाड़ न की जाए बल्कि इन्हें भी पुनर्विकास कार्य में सम्मिलित करके इनका सौंदर्यीकरण किया जाए।

 सेंट्रल वर्ज पर बने मंदिर: भाजपा

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने मंदिर को चांदनी चौक के सेंट्रल वर्ज पर स्थापित करने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा कि मंदिर टूटने से लाखों-करोड़ों लोगो की भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार से आग्रह है कि वह मंदिर वहीं दो गज दूरी पर मोती बाजार के सामने सेन्ट्रल वर्ज पर बनाकर लोक भावनाओं का सम्मान करें।

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