छठ पूजा को लेकर राजधानी में घमासान, चिराग दिल्ली छावनी में तब्दील; CM आतिशी ने BJP को पूर्वांचल विरोधी बताया
छठ पूजा सूर्य को समर्पित एक त्योहार है जो कई भारतीय राज्यों और यहां तक कि देश के बाहर भी मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 5 से 8 नवंबर तक मनाया जाएगा। इस बीच विधायक सौरभ भारद्वाज ने राजधानी में कुछ स्थानों पर लोगों को कथित तौर पर प्रार्थना करने से रोकने के लिए भाजपा पर अपना हमला जारी रखा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने ITO छठ घाट का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, "छठ का पर्व पूर्वांचली भाई-बहनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है और हम पिछले 10 साल से इस पर्व को पूरी दिल्ली में धूमधाम से मनाते हैं। 10 साल पहले दिल्ली में सिर्फ 60 जगह पर सरकार द्वारा छठ पर्व मनाया जाता था लेकिन आज 1000 से ज्यादा शानदार छठ घाट दिल्ली सरकार ने तैयार किये हैं, जहां सभी लोग अच्छी तरह छठी मैया की पूजा कर पाएंगे।"
उन्होंने कहा कि चिराग दिल्ली में BJP की DDA द्वारा छठ पूजा को रोकना BJP की पूर्वांचल विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। वह नहीं चाहती कि दिल्ली में पूर्वांचल के लोग छठ पूजा करे।
इस बार छठ पूजा 5-8 नवंबर को मनाया जाएगा
छठ पूजा सूर्य को समर्पित एक त्योहार है जो कई भारतीय राज्यों और यहां तक कि देश के बाहर भी मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 5 से 8 नवंबर तक मनाया जाएगा। इस बीच, विधायक सौरभ भारद्वाज ने राजधानी में कुछ स्थानों पर लोगों को कथित तौर पर प्रार्थना करने से रोकने के लिए भाजपा पर अपना हमला जारी रखा।बीजेपी पर घटिया राजनीति करने का आरोप
विधायक ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "चिराग दिल्ली छठ घाट छावनी बन गया है। पुलिस के बाद अब सीआरपीएफ बटालियन भी मौजूद है। अगर जनता बीजेपी के साथ है तो इतना डर क्यों है?" इससे पहले, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने 'घटिया राजनीति' करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वार बंद रखकर पूर्वांचलियों को छठ पूजा मनाने से रोक रहा है।"
CM आतिशी ने 7 नवंबर को घोषित किया अवकाश
डीडीए एक वैधानिक निकाय है जो भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है। आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण ग्रेटर कैलाश के छठ घाट में लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रहा है। इससे पहले, आतिशी ने छठ पूजा के लिए 7 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की। इसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) दिल्ली के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार बताया।इस त्योहार में महिलाओं की अधिक भागीदारी दर देखी जाती है। इसे धूमधाम से मनाया जाता है और इसे घरेलू कामों से छुट्टी लेने और तरोताजा होने का अवसर भी माना जाता है। यह मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ हिस्सों के साथ-साथ इन क्षेत्रों के प्रवासी लोगों द्वारा मनाया जाता है।यह भी पढ़ें- Chhath Puja Row: छठ पूजा आयोजन को लेकर दूसरे दिन भी रही गहमागहमी, जमकर हुई नारेबाजी; संजय सिंह भी पहुंचे
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