Delhi News: DSGMC के पूर्व अध्यक्ष की बढ़ेगी मुश्किल, 10 लाख रुपये की हेराफेरी का लगा आरोप; ऐसे खुला भ्रष्टाचार का राज
डीएसजीएमसी के पूर्व अध्यक्ष की मुश्किल बढ़ सकती है। उनपर अध्यक्ष रहते हुए 10 लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप लगा है। वहीं इस मामले में पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया था। जिसके बाद जांच में 10 लाख रुपये के भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। बताया गया कि पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ कई और मामलों की जांच चल रही है। जानिए आखिर पूरा मामला क्या है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके की परेशानी बढ़ने वाली है। समिति के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका और महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने बताया कि जीके पर अध्यक्ष रहते हुए 10 लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप है।
10 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का लगा आरोप
इस मामले में पुलिस ने अदालत में आरोप पत्र दायर कर दी है। उन्होंने कहा कि जीके पर गुरु तेग बहादुर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी को ऋण देने के नाम पर 10 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप है।
दिल्ली पुलिस से की गई थी शिकायत
मनजिंदर सिंह सिरसा ने अध्यक्ष रहते हुए इसकी शिकायत दिल्ली पुलिस से की थी। इस मामले की जांच कर पुलिस ने पटिलाया हाउस कोर्ट नें आरोप दायर की है। अदालत ने जीके सम्मन जारी कर दिया है।यह भी पढ़ें- DU Admissions 2024: अब तक घोषित नहीं हुए सीयूईटी के परिणाम, डीयू के सत्र पर पड़ेगा असर
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व अध्यक्ष के विरुद्ध कई और मामलों की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि जीके ने अपनी गलती मानने की जगह आरोप लगाने वालों के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा किया है। आने वाले समय में सच्चाई सामने आ जाएगी।
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