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पूर्वी दिल्ली में खुले नाले में गिरकर बच्चे की मौत, पांच दिन बाद निकाला गया शव; नगर निगम पर लापरवाही का आरोप

पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें एक सात वर्षीय बच्चा दिल्ली नगर निगम की लापरवाही का शिकार हो गया। बच्चा अचानक गायब हो गया और पांच दिन बाद सीसीटीवी कैमरों से पता चला कि वह राजधानी पब्लिक स्कूल के पास खुले नाले में गिर गया था। नगर निगम के खुले नाले से स्लैब हटे हुए थे जिससे यह हादसा हुआ।

By SHUZAUDDIN SHUZAUDDIN Edited By: Sonu Suman Updated: Sun, 27 Oct 2024 10:59 PM (IST)
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पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद में सात साल के बच्चे की नाले में गिरकर मौत।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। मुस्तफाबाद क्षेत्र में एक बच्चा दिल्ली नगर निगम की लापरवाही की भेंट चढ़ गया। चमन पार्क इलाके में सात वर्ष का बच्चा अचानक गायब हो गया। माता-पिता ने उसे ढूंढने की हर मुमकिन कोशिश की। लापता होने के पांचवे दिन सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को पता चला कि बच्चा राजधानी पब्लिक स्कूल के गेट के पास निगम के खुले नाले में गिरा है।

नाले से स्लैब हटे हुए थे। रविवार शाम को मशीन से बच्चे का शव पुलिस ने बाहर निकाला। हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चा सड़क के किनारे कबाड़ बिन रहा था। मृतक की पहचान रूहान के रूप में हुई है। गोकलपुरी थाना ने शव को कब्जे में लेकर जीटीबी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मदरसे में पढ़ता था बच्चा

रूहान अपने परिवार के साथ चमन पार्क क्षेत्र में रहता था। परिवार में पिता अली शेर, मां व चार भाई हैं। पिता ई-रिक्शा चालक है। स्वजन ने बताया कि बच्चा मदरसे में पढ़ाई करता था। 23 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े पांच बजे बच्चा घर से बाहर गया था। जब वह रात तक घर नहीं आया तो स्वजन ने उसे काफी तलाश किया। जब बच्चा नहीं मिला तो परिवार ने 24 अक्टूबर को गोकलपुरी थाने में अपहरण का केस दर्ज करवाया।

सीसीटीवी फुटेज से बच्चे का पता लगा

स्वजन ने पुलिस के साथ मिलकर घर के आसपास व अन्य क्षेत्र में बच्चे की काफी तलाश की। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। रविवार को पुलिस ने बृजपुरी रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। एक फुटेज से पता चला कि बच्चा राजधानी स्कूल के गेट के पास नाले में 23 अक्टूबर को शाम छह बजे गिरा था। जिस वक्त वह गिरा, किसी की नजर उसपर नहीं पड़ी। गिरते ही वह नाले में डूब गया। पुलिस ने मामले की सूचना स्वजन को दी।

परिजन ने नगर निगम को बताया जिम्मेदार

शाम सात बजे पुलिस ने सर्च आपरेशन चलाया बच्चे का शव उसी स्थान पर मिला, जहां वह गिरा था। जिस जगह हादसा हुआ है, वहां से बच्चे का घर करीब तीन सौ मीटर दूर है। स्वजन ने नगर निगम को बच्चे की मौत का जिम्मेदार बताया है। आरोप लगाया कि स्कूल के गेट पर ही नाला खुला है, ऐसे में और बच्चों के गिरने की भी आशंका रहती है। स्कूल व निगम ने खुले नाले को गंभीरता से नहीं लिया।

नहीं थम रहे नाले में गिरने के हादसे

यमुनापार में नाले में गिरकर मरने का यह तीसरा मामला है। गत अगस्त में गाजीपुर में डीडीए के नाले में डूबकर मां-बेटे की मौत हुई थी। इसके बाद अक्टूबर में करावल नगर थाना क्षेत्र के शेरपुर में दुकान से मां के साथ सामान लेकर लौट रही ढाई वर्ष की बच्ची की निगम के खुले नाले में डूबकर मौत हो गई थी।

इस मामले की जांच करवाई जाएगी। पता लगाया जाएगा किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ है। -अमित कुमार, प्रवक्ता दिल्ली नगर निगम।

नाला छह फीट गहरा और तीन फीट चौड़ा है। मामला बच्चे का था, पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पुलिस ने मुस्तफाबाद क्षेत्र से लेकर गाजियाबाद लोनी तक के सीसीटीवी कैमरे देखे। एक फुटेज में बच्चे सड़क के किनारे कबाड़ बिनता हुआ नजर आ रहा है। अचानक से वह नाले में जा गिरा। जिस जगह वह गिरा, वहां नाले से दो स्लैब हटे हुए थे। - राकेश पावरिया, जिला पुलिस उपायुक्त उत्तर पूर्वी जिला।

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