Delhi News: निगम की लापरवाही बनी मासूम का काल, खुले नाले में गिरने से बच्चे की मौत; पांच दिन से था लापता
पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें एक सात साल का बच्चा दिल्ली नगर निगम की लापरवाही का शिकार हो गया। खुले नाले में गिरने से बच्चे की मौत हो गई। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि बच्चा राजधानी पब्लिक स्कूल के गेट के पास नाले में गिर गया था। पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
इसी नाले में गिरा था बच्चा
शाम को बाहर गया था बच्चा, फिर नहीं लौटा
अपहरण का दर्ज कराया था केस
बच्चा नहीं मिला तो परिवार ने 24 अक्टूबर को गोकलपुरी थाने में अपहरण का केस दर्ज करवाया। स्वजन ने पुलिस के साथ मिलकर घर के आसपास व अन्य क्षेत्र में बच्चे की काफी तलाश की। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। रविवार को पुलिस ने बृजपुरी रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे।नाले में डूब गया बच्चा
शाम सात बजे पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया
बच्चे का शव उसी स्थान पर मिला, जहां वह गिरा था। जिस जगह हादसा हुआ है, वहां से बच्चे का घर करीब तीन सौ मीटर दूर है। स्वजन ने नगर निगम को बच्चे की मौत का जिम्मेदार बताया है। आरोप लगाया कि स्कूल के गेट पर ही नाला खुला है, ऐसे में और बच्चों के गिरने की भी आशंका रहती है। स्कूल व निगम ने खुले नाले को गंभीरता से नहीं लिया। ये भी पढ़ें-नहीं थम रहे नाले में गिरने के हादसे
यमुनापार में नाले में गिरकर मरने का यह तीसरा मामला है। गत अगस्त में गाजीपुर में डीडीए के नाले में डूबकर मां-बेटे की मौत हुई थी। इसके बाद अक्टूबर में करावल नगर थाना क्षेत्र के शेरपुर में दुकान से मां के साथ सामान लेकर लौट रही ढाई वर्ष की बच्ची की निगम के खुले नाले में डूबकर मौत हो गई थी।इस मामले की जांच करवाई जाएगी। पता लगाया जाएगा किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ है। -अमित कुमार, प्रवक्ता दिल्ली नगर निगम।
नाला छह फीट गहरा और तीन फीट चौड़ा है। मामला बच्चे का था, पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पुलिस ने मुस्तफाबाद क्षेत्र से लेकर गाजियाबाद लोनी तक के सीसीटीवी कैमरे देखे। एक फुटेज में बच्चे सड़क के किनारे कबाड़ बिनता हुआ नजर आ रहा है। अचानक से वह नाले में जा गिरा। जिस जगह वह गिरा, वहां नाले से दो स्लैब हटे हुए थे। -राकेश पावरिया, जिला पुलिस उपायुक्त उत्तर पूर्वी जिला।