Delhi Suicide Case: वेलकम मेट्रो स्टेशन के शौचालय में CISF के जवान ने गोली मारकर की खुदकुशी
Delhi Suicide Case अजय कुमार वर्ष 2021 में सीआइएसएफ में आए थे। उनकी तैनात वेलकम मेट्रो स्टेशन पर थी। बृहस्पतिवार को वह ड्यूटी पर गए थे शाम करीब सात बजे वह मेट्रो स्टेशन के शौचालय में गए और अपनी सर्विस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
नई दिल्ली [शुजाउदीन] । Delhi Suicide Case: वेलकम मेट्रो स्टेशन के शौचालय में बृहस्पतिवार देर शाम सीआइएसएफ के जवान ने कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। मृतक की पहचान बिहार के रोहतास जिला निवासी अजय कुमार (30) के रूप में हुई है। मेट्रो पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शुरुआती जांच में घरेलू कलह के चलते खुदकुशी की बात सामने आई है।
पुलिस ने बताया कि अजय कुमार वर्ष 2021 में सीआइएसएफ में आए थे। वह शास्त्री पार्क स्थित सीआइएसएफ के क्वार्टर में रहते थे। उनकी तैनात वेलकम मेट्रो स्टेशन पर थी। बृहस्पतिवार को वह ड्यूटी पर गए थे, शाम करीब सात बजे वह मेट्रो स्टेशन के शौचालय में गए और अपनी सर्विस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
गोली चलने की आवाज सुनकर जब बाकी जवान शौचालय में गए तो वह खून से लथपथ पड़े हुए थे, उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस को जांच में पता चला है कि इसी वर्ष दिसंबर में अजय की शादी होनी थी, उसको लेकर वह काफी परेशान था।
उधर, शाहदरा जिले के स्पेशल स्टाफ ने प्लास्टर मशीन बेचने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान गिरोह के सरगना गाजियाबाद निवासी बशीर, नौशाद (24), शकील (45), करावल नगर निवासी गजराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से ठगी के एक लाख 53 हजार रुपये, दो मोटरसाइकिल, नकली नोट व एक लैपटाप सहित अन्य सामान बरामद किया है।
जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया बेंगलुरू निवासी मुजम्मिल ने दस अक्टूबर को मानसरोवर पार्क थाने में ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने शिकायत में बताया कि उन्हें प्लास्टर मशीन की जरूरत थी, वह जस्ट डायल पर मशीन सर्च कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया, उसने उन्हें 18 लाख रुपये की मशीन 12 लाख रुपये में देने का झांसा दिया। पीड़ितों ने उन्हें अपने जाल में फंसाकर बेंगलुरू से शाहदरा स्थित विकास माल के पास रकम लेकर मिलने बुलाया।
रकम जांचने के नाम पर वह सात लाख रुपयों से भरा बैग लेकर आरोपित वहां से फरार हो गए। इंस्पेक्टर विकास कुमार के नेतृत्व में एसआई विनीत प्रताप की टीम बनाई। पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसके जरिये एक आरोपित की पहचान की। पुलिस ने ठगी में शामिल गजराज सिंह को गिरफ्तार किया, इसके बाद बाकी आरोपितों को भी गिरफ्तार लिया।