दिल्ली सर्विस बिल पर SC जाने को तैयार CM Kejriwal, बोले- "दिल्ली को हर हाल में दिलाएंगे लोकतांत्रिक अधिकार"
सीएम केजरीवाल ने कहा भले ही दिल्ली के दो करोड़ लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिये गए हैं। अधिकार वापस दिलाएंगे और इसके लिए जो मुनासिब होगा करेंगे। सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अधिकार बेशक छीन लिये गए लेकिन सारे काम चलते रहेंगे। फ्री बस सर्विस बिजली पानी सब मिलते रहेंगे। जो हमने दिल्ली में ऐसा करके दिखाया है। वे पूरे देश में भी कर सकते हैं।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Wed, 16 Aug 2023 04:22 AM (IST)
बाहरी दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में ध्वजारोहण किया। उन्होंने देश की आजादी और बीते 70 साल के दौरान कुर्बानी देने वाले योद्धाओं को नमन किया। दिल्ली सेवा विधेयक को कानूनी दर्जा मिलने के बाद मुख्यमंत्री की टीस स्वतंत्रता दिवस के मंच पर भी दिखी। सीएम केजरीवाल ने कहा, "भले ही दिल्ली के दो करोड़ लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिये गए हैं। अधिकार वापस दिलाएंगे और इसके लिए जो मुनासिब होगा करेंगे। सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अधिकार बेशक छीन लिये गए, लेकिन सारे काम चलते रहेंगे। फ्री बस सर्विस, बिजली, पानी सब मिलते रहेंगे।" साथ ही केजरीवाल ने कामों की रफ्तार थोड़ी मंद पड़ने की शंका भी व्यक्त की।
तीन मुख्य चीजों पर काममंगलवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह में झंडारोहण के बाद मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि जो मर्जी हो जाए, जो मर्जी पावर छीन ले, लेकिन वे दिल्ली के लोगों को दोबारा उनका हक दिलाएंगे और जो काम चल रहे हैं, वे चलते रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में तीन मुख्य चीजों पर काम करना है। अब हर घर में 24 घंटे पानी, यमुना की सफाई और टूटी सड़कों की मरम्मत व साफ-सुथरा बनाना उनकी प्राथमिकता है।
बजट की जरूरतअपने 35 मिनट के संबोधन में केजरीवाल ने लोगों को यह समझाने की कोशिश की कि पूरे देश में फ्री बिजली, शिक्षा, इलाज दिया जाना कोई मुश्किल काम नहीं है। आंकड़ों के साथ बताया कि ऐसा करने के लिए कितने बजट की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में ऐसा करके दिखाया है। वे पूरे देश में भी कर सकते हैं। देश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन नीयत, विजन और ईमानदारी की कमी की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने तंज कसा कि केवल भाषण से भारत विश्वगुरु नहीं बनेगा। इसके लिए देश के हर तबके के लिए फ्री शिक्षा-स्वास्थ्य, बिजली-पानी का इंतजाम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चंद अमीरों के 12 लाख करोड़ कर्ज माफ किया गया है। देश तय करे कि सरकारें चंद पूंजीपतियों के लिए चलनी चाहिए या 140 करोड़ लोगों के लिए।
भाई से भाई लड़ता रहेगा तो भारत विश्व गुरु कैसे बनेगाकेजरीवाल ने कहा कि खुशी का पर्व मना रहे हैं, लेकिन मन के एक कोने में व्यथा है। एक भाई दूसरे भाई से लड़ रहा है। मणिपुर जल रहा है और एक समुदाय दूसरे के लोगों की हत्या, महिलाओं से दुष्कर्म व दुकानों-घरों को आग लगा रहे हैं। हरियाणा में दो समुदाय लड़ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि भाई, भाई से लड़ेगा तो भारत विश्व गुरु कैसे बनेगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने मणिपुर छोड़कर आए डेढ़ सौ बच्चों को बिना स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट के स्कूलों में दाखिला दिया है।
सस्ती बिजली, चिकित्सा-शिक्षा का केजरीवाल विजन
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- पूरे देश के 140 करोड़ लोगों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने के लिए डेढ़ लाख करोड़ रुपये की जरूरत
- देश में 4.25 लाख मेगावाट बिजली बनाने की क्षमता है, मांग दो लाख यूनिट।सभी प्लांट पूरी क्षमता से काम करें तो बिजली के रेट आधे हो सकते हैं।
- देश में 25 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं, इनमें से 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूलों में जाते हैं।
- देश के सभी सरकारी स्कूलों को ठीक करने के लिए 6 लाख करोड़ और हर साल अच्छी शिक्षा, टीचर ट्रेनिंग के लिए 7.50 लाख करोड़ रुपये की जरूरत।
- अभी केंद्र व सारी राज्य सरकारें मिलकर शिक्षा पर 7.50 लाख करोड रुपए प्रतिवर्ष खर्च करती हैं। मतलब अतिरिक्त पैसे की जरूरत नहीं है।
- देश में एक लाख मोहल्ला क्लीनिक बनाने में 10 हजार करोड़, हर जिले में 500 बेड का अस्पताल बनाने के लिए 1.25 लाख करोड़ और मुफ्त इलाज के लिए 2.50 लाख करोड़ की जरूरत
- बिजली के सभी प्लांट चालू हो जाएं, सारे स्कूल, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक खुल जाएं तो तीन करोड़ लोगों को रोजगार मिल सकता है।