प्रदूषण को लेकर चिंता में दिल्ली सरकार, सीएम आतिशी ने अधिकारियों के साथ की उच्चस्तरीय बैठक
CM Atishi Meeting with Officers मुख्यमंत्री आतिशी ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी मौजूद रहे। सीएम आतिशी ने दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए यह बैठक की है। बैठक में आतिशी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। आगे विस्तार से पढ़िए पूरी खबर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार चिंता में है। जहां प्रदूषण को देखते हुए दिवाली पर पटाखों के फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है तो वहीं मंगलवार को सीएम आतिशी ने एक अहम बैठक की।
CM Atishi मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को पर्यावरण मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक की। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की स्थिति के नियंत्रण को लेकर सीएम आतिशी ने यह उच्चस्तरीय बैठक की है।
राजधानी में एक जनवरी तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध
दिल्ली सरकार ने राजधानी में एक जनवरी 2025 तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर ये सारे प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।
पुलिस को प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट डीपीसीसी को सौंपनी होगी
वायु प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण अधिनियम, 1981 के तहत दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा सोमवार को इस पर लिखित आदेश जारी कर दिया गया है। पटाखों पर प्रतिबंध के सख्त क्रियान्वयन की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस को प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट डीपीसीसी को सौंपनी होगी। यह पहल वायु गुणवत्ता को सुधारने की दीर्घकालिक अवधि रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, इस प्रतिबंध के पीछे हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली की हवा सांस लेने योग्य बनी रहे। उन्होंने बताया कि यह प्रतिबंध आनलाइन प्लेटफार्म के जरिये पटाखों की बिक्री पर भी सख्ती से लागू होगा।
सर्दी बढ़ने के साथ वातावरण में नमी आने लगती है
गौरतलब है कि अक्टूबर के महीने में सर्दी बढ़ने के साथ वातावरण में नमी आने लगती है। इसमें पार्टिकल मैटर जमा होने शुरू होते हैं। दिल्ली के बाहर और अंदर का प्रदूषण हवा को प्रदूषित कर देता है। इसी के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने 23 अक्टूबर 2018 में केवल ग्रीन पटाखों के निर्माण और बेचने की इजाजत दी थी, लेकिन 2019 में वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए एक दिसंबर 2020 को एनजीटी ने वायु गुणवत्ता खराब होने पर सभी तरह के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था।
2021 में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था
इसी आधार पर डीपीसीसी ने 2021 में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। 2022 और 2023 में भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया और इस साल भी सभी तरह के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है।
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