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Atishi New Bungalow: अरविंद केजरीवाल के पुराने बंगले में शिफ्ट हुईं CM आतिशी, अब यह होगा नया पता

Atishi New Residence दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को नया बंगला दिया गया है। यह वही बंगला है जिसमें पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रहा करते थे। केजरीवाल ने हाल ही में इस बंगले को खाली कर दिया था और अब वह फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट हो गए हैं। आतिशी दिल्ली के अगले विधानसभा चुनाव तक इसी बंगले में रहेंगी। आतिशी ने कर्मचारियों के साथ मुलाकात की।

By Santosh Kumar Singh Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Tue, 08 Oct 2024 10:06 AM (IST)
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Delhi News: केजरीवाल के बाद अब CM आतिशी का ठिकाना बदला। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री आतिशी अब 6- फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले में रहेंगी। सोमवार को उनका सामान इस बंगले में पहुंचाया गया। उसके बाद वह मुख्यमंत्री आवास पहुंची। वहां के कर्मचारियों से मुलाकात की और उनका परिचय लिया।

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पिछले शुक्रवार को उन्होंने मुख्यमंत्री आवास खाली कर दिया था। वह अब पंजाब से राज्यसभा सदस्य अशोक मित्तल को आवंटित आवास 5-फिरोजशाह रोड में रहते हैं।

दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी में रह रही थीं आतिशी

आतिशी (Atishi) अपने माता-पिता के साथ दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी में रह रही थीं। मंत्री के रूप में उनके लिए आवंटित सरकारी आवास एबी-17 बंगले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) रह रहे थे।पिछले सप्ताह उन्होंने भी इसे खाली कर राज्यसभा सदस्य हरभजन सिंह के आरपी रोड पर आवंटित आवास में रहने के लिए चले गए।

वहीं, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर कहा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा छह सितंबर को मुख्यमंत्री कार्यालय के विशेष सचिव को पत्र लिखकर चाबी सौंपने का अनुरोध किया गया है। इससे स्पष्ट हो गया है कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास खाली नहीं किया था।

दो दिन बाद ही लोगों के सामने आएगी सच्चाई

दिखाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री आवास खाली करने और उसकी चाबी पीडब्ल्यूडी अधिकारी को सौंपने की उन्होंने फोटो खिंचवा ली। उसके बाद चाबी वापस ले लिया। दो दिन बाद ही सच्चाई लोगों के सामने आ गई। उनका अधिकांश सामान मुख्यमंत्री आवास में ही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार 10 हजार मार्शलों को गुमराह कर रही है। उपराज्यपाल को दिए गए कैबिनेट नोट को बनाने में नियम का पालन नहीं किया गया। विभाग के परिवहन विभाग के प्रभारी सचिव के हस्ताक्षर उस पर नहीं है।

इस मामले को उठाने के कारण सचिवालय और राजनिवास के बाहर पूर्व मुख्यमंत्री के इशारे पर आप के विधायकों ने उनके ऊपर हमला किया था। वह मार्शलों को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाते रहेंगे।

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