Move to Jagran APP

Coaching Center Incident: ओल्ड राजेंद्र नगर में हादसा होने के MCD ने गिनाए कारण, डीएम ने भी सौंपी अपनी रिपोर्ट

Delhi Coaching Center दिल्ली नगर निगम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। निगम ने पांच पेज की अपनी रिपोर्ट में घटना का सिलसिले वार तरीके से जिक्र किया है। वहीं मध्य दिल्ली के जिलाधिकारी ने भी अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंप दी है लेकिन लेकिन विस्तृत जांच के लिए समय मांगा है। एमसीडी ने हादसे का एक कारण कार के गुजरने को भी बताया है।

By Nihal Singh Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 30 Jul 2024 11:14 PM (IST)
Hero Image
श्रेया यादव, नेविन डाल्विन और तान्या सोनी (मृतक छात्र)।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ओल्ड राजेंद्र नगर की कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल में तीन छात्रों की मौत पर दिल्ली नगर निगम और मध्य दिल्ली के जिलाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंप दी है। रिपोर्ट ने निगम ने कहा है कि सड़क पर जलभराव था और वहां से तेज रफ्तार गाड़ी गुजरी तो पानी हिलोरे के साथ इमारत की ओर बढ़ गया।

इमारत में कोई सुरक्षाकर्मी और निगरानी न होने की वजह से इमारत के भूतल पर घुसा और बिना अवरूद्ध तरीके से पानी बेसमेंट तक पहुंचा। इमारत निचले इलाके में भी थी। बावजूद इसका कोई अतिरिक्त इंतजाम बेसमेंट से पानी निकालने के लिए नहीं किया गया था।

नाले पर कर रखा है अतिक्रमण

इतना ही नहीं स्लैब द्वारा इलाके में व्यावसायिक संस्थानों ने नाले पर कब्जा कर लिया है, जिसकी वजह से नाले की सफाई अवरूद्ध होती है।

अन्य विभागों ने क्या किया

एमसीडी ने अपनी रिपोर्ट में दो अभियंताओं पर कार्रवाई और एक को कारण बताओं नोटिस देने की बात इस मामले में बताई है। जबकि मध्य जिले के जिला मजिस्ट्रेट ने घटना का विवरण तो दे दिया है, लेकिन विस्तृत जांच के लिए समय मांगा है।

इस पर मंडलायुक्त ने उन्हें सात दिनों का समय देते हुए जांच पूरी करने को कहा है। एमसीडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि रात साढ़े आठ बजे से सुबह साढ़े सात बजे तक घटना पर पानी निकाला गया था।

निगम ने अपनी रिपोर्ट में बताए घटना के प्रमुख कारण।

  • कोई सुरक्षाकर्मी और निगरानी न होने की वजह से घुस गया था इमारत में पानी।
  • 200 फुट इलाके में जलभराव होने और तेज रफ्तार में गाड़ी गुजरने से पानी को मिल गया था कोचिंग सेंटर में बहाव का रास्ता।
  • कोचिंग सेंटर के सामने वाले ड्रेनेज पर टाइल व पत्थरों से कब्जा कर लिया गया था, जिसकी वजह से नाले की सफाई संभव नहीं थी।
  • कोचिंग सेंटर ने निचले इलाके में होने और सड़क पर पानी जमा होने के बाद भी जल निकासी की व्यवस्था को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया था। साथ ही इस तरह की घटना से निपटने के लिए कोई अतिरिक्त उपाय नहीं कर रखे थे।
  • इलाके में व्यावसायिक संपत्तियां होने की वजह से सभी ने जल निकासी व्यवस्था को अवरूद्ध कर रखा है।
ये भी पढ़ें- Coaching Center Incident: चार दिन से धरना दे रहे छात्र, राव कोचिंग सेंटर के सामने देर रात तक जुटे

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।